मेरी बिगड़ी बना दे माँ दो आँचल

मेरी बिगड़ी बना दे माँ दो आँचल की अपनी छाव भजन

(मुखड़ा)

मेरी बिगड़ी बना दे माँ,
दो आँचल की अपनी छाँव,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया,
लाखों को तुमने तारा,
डूबों को है उबारा,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया।।
(अंतरा 1)

करूँ गुणगान तुम्हारा,
सदा मैं झुक कर दाती,
समय की लहरों में भी,
जगे विश्वास की बाती,
मेहरावाली मेहरा कर दे,
शक्ति-भक्ति का माँ वर दे,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया।।
(अंतरा 2)

दरारें नसीब में मेरे,
मरम्मत इनकी कर दे,
झुकाया दर पे तेरे सर,
करम अब तो कुछ कर दे,
मेरी दाती दे सहारा,
बच्चे ने है पुकारा,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया।।
(अंतरा 3)

सहारे झूठे जहाँ के,
सच्चा है नाम तुम्हारा,
लगाई आस है मैंने,
ना छूटे नाम तुम्हारा,
तेरे पथ से मैं ना भटकूँ,
पत्थर सा मैं ना चटकूँ,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया।।
(पुनरावृत्ति - मुखड़ा)

मेरी बिगड़ी बना दे माँ,
दो आँचल की अपनी छाँव,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया,
लाखों को तुमने तारा,
डूबों को है उबारा,
ओ मैया जी कर दो ज़रा दया,
मेरी माँ कर दो ज़रा दया।।
 


बिगड़ी हुई किस्मत सवर जायेगी इस भजन को सुनकर - Meri Bigdi Bana De Maa - Sanjay Gulati#NavratriSpecial

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