अंत बाहर दी खबर न काईं लिरिक्स Ant Bahar Di Khabar Na Kaai
चल वे बुल्लेया उत्थे चल चल वे बुल्लेया उत्थे चल जित्थे सारे अन्हें ना कोई सा,डी जात पछाणे अल्लाह हो ना कोई सानूं मन्ने
अंत बाहर दी खबर न काईं रंग ही रंग बनाया वे रंग ही रंग बनाया रे मौला आदमी बन आया रे अंत बाहर दी खबर न काईं रंग ही रंग बनाया वे आदमी बन आया रे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया
हाबिल काबिल पुत्त आदम दे आदम किस्का जाया हाबिल काबिल पुत्त आदम दे आदम किस दा जाया अस्सां आदम खां नु अग्गे होया सूं आदम साड्डा जाया रे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया रंग ही रंग बनाया रे मौला आदमी बन आया रे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया
न मैं मंगी, न मैं परनी
devotional Bhajan Lyrics in Hindi
झोली बाल झुलाया मय बैठी हूई अपनें खोले तन बिच सोय्ग पेराया अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया रंग ही रंग बनाया रे मौला आदमी बन आया रे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया
आन बाज़ीगर बाज़ी बनायीं पुतला जोड़ बनाया रे गली गली विच ढोल वजदे नाचू इश्क़ नचाया वे अंत बाहर दी क्या खबर मुख
रंग ही रंग बनाया रंग ही रंग बनाया रे मौला आदमी बन आया रे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया
ऐन दा बुरक़ा, मीम दी चादर मुखड़े घूंगट पाया वे अहनद अल फी मि मंद चादर मुखड़े घूंगट पाया वे नाम हमारा अली रज़ा बुल्ला नाम दराया वे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया रंग ही रंग बनाया रे मौला आदमी बन आया रे अंत बाहर दी क्या खबर मुख रंग ही रंग बनाया मुल्ला हूँ मैं क़ाज़ी हूँ ना मुफ़्ती हूँ मैं मौली हूँ
Ant Bahar Di Khabar I Rasid Khan & Safi Mohammad I Rajasthan Kabir Yatra 2019
Chal Ve Bulleya Utthe Chal Chal Ve Bulleya Utthe Chal Jitthe Saare Anhen Na Koi Sa,di Jaat Pachhaane Allaah Ho Na Koi Saanun Manne
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