अब तो लेलो रे अवतार भजन

अब तो लेलो रे अवतार भजन

कबसे धरा सिसकती कान्हा तुझको रही पुकार,
अब तो लेलो रे अवतार अब तो लेलो  रे अवतार,
आकर बोझ उतारो मेरा ओ मेरे आधार,
अब तो लेलो रे अवतार अब तो लेलो  रे अवतार।

पाप बढ़ा है धर्म घटा है, घटती जाए उमरियां,
दीन दुखी लाचार की अब, ना लेता कोई खबरिया,
सभी व्यवस्थित करो प्रभु, अब व्यथित बहुत संसार,
अब तो ले लो रे अवतार, अब तो लेलो  रे अवतार।

सभी जगह घुस गई मिलावट रिश्तों में आहट है,
धूमिल हुए है रिश्ते सारे आई कड़वाहट है,
सभी मिलावट में डूबे तेरे दूध दही आहार,
अब तो लेलो रे अवतार अब तो लेलो  रे अवतार।

पहले भी रक्षा करते हो झोली भरते आये,
जब जब कोई तुम्हे पुकारे नंगे पाँव पठाये,
मेरी प्रार्थना भी करुणा कर सुनलो कृष्ण मुरार,
अब तो लेलो रे अवतार अब तो लेलो  रे अवतार।

कबसे धरा सिसकती कान्हा तुझको रही पुकार,
अब तो लेलो रे अवतार अब तो लेलो  रे अवतार,
आकर बोझ उतारो मेरा ओ मेरे आधार,
अब तो लेलो रे अवतार अब तो लेलो  रे अवतार।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन
भजन श्रेणी : कृष्ण जन्माष्टमी भजन (श्री कृष्ण जन्माष्टमी के सभी भजन देखें )

कन्हैया लेलो रे अवतार | Janmastami 2021 Krishna Bhajan | Kanhaiya Lelo Re Avtar | Amit Kalra Meetu

Kabase Dhara Sisakati Kaanha Tujhako Rahi Pukaar,
Ab To Lelo Re Avataar Ab To Lelo  Re Avataar,
Aakar Bojh Utaaro Mera O Mere Aadhaar,
Ab To Lelo Re Avataar Ab To Lelo  Re Avataar.

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