श्री कृष्ण जन्माष्टमी महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान कृष्ण के जन्मदिन है। यह त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार, भगवान कृष्ण देवकी और वसुदेव के आठवें पुत्र थे। उनका जन्म मथुरा में हुआ था, जब उनके पिता, वसुदेव, उन्हें कंस से बचाने के लिए गोकुल ले गए थे। कंस, देवकी का भाई था, जो एक अत्याचारी राजा था। कंस को भविष्यवाणी में बताया गया था कि उसकी एक बहन के आठवें पुत्र से उसकी मृत्यु होगी। इसलिए, उसने अपनी बहन और उसके बच्चों को मारने की कोशिश की।
आज भयो ललना जन्माष्टमी भजन लिरिक्स
है आनंद नन्द बाबा के, द्वारे सभी चलना, देखो आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना, ललना, ललना, ललना, आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना।
शुभ घड़ी देखो है कैसी आई, बज रही आज घर घर बधाई, शुभ घड़ी देखो है कैसी आई, बज रही आज घर घर बधाई,
जिसने भी ये खबर सुनी है, पड़ी उसे कल ना, देखो आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना, ललना, ललना, ललना, आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना।
मानो सुर गण सब मन में सिहाये, ज्ञानी सब करने दर्शन है आये, मानो सुर गण सब मन में सिहाये, ज्ञानी सब करने दर्शन है आये, जिसने भी ये खबर सुनी है, पड़ी उसे ना कल ना, देखो आज भयो ललना, आज भयो
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आज भयो ललना, ललना, ललना, ललना, आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना।
क्षीरसागर को तज जन्म धारा, छौना मैया यशोदा तुम्हारा, क्षीरसागर को तज जन्म धारा, छौना मैया यशोदा तुम्हारा, नर नारी चर्चा करते है, इसमें कोई छल ना, देखो आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना, ललना, ललना, ललना, आज भयो ललना,
आज भयो आज भयो ललना।
अपना जीवन सफल जो बनाना, तो नहीं बात ये भूल जाना, अपना जीवन सफल जो बनाना, तो नहीं बात ये भूल जाना, पदरज मल करके मस्तक पर, देव सभी चलना, देखो आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना, ललना, ललना, ललना, आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना।
है आनंद नन्द बाबा के, द्वारे सभी चलना, देखो आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना, ललना, ललना, ललना, आज भयो ललना, आज भयो आज भयो ललना
जन्माष्टमी भजन || आज भयो ललना | Aaj Bhayo Lalna | है आनंद नन्द बाबा के || Prakash Rutha And Babban
कृष्ण जन्माष्टमी हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह त्योहार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन, भगवान विष्णु के आठवें अवतार, श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भारत और दुनिया भर के हिंदू समुदायों द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन, मंदिरों को सजाया जाता है और भजन-कीर्तन और आरती की जाती है। लोग कृष्ण की मूर्तियों की पूजा करते हैं और प्रसाद ग्रहण करते हैं।