सुण ल्यो भगतों, होग्या मोटा चाला रै, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रै, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रे।
बालाजी ते मिलके ने मैं, फुल्यां नहीं समाया रे, करके दर्शन बाबा के, मेरी आनंद होगी काया रे, मेरी बंद किस्मत का, खुल गया भक्तों ताला रे, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रे।
पहले तो मैं रूप देख के, घणां कसूता डर गया रे, फेर सर पर हाथ धरया, मेरा सारा पेटा भर गया रे, मैं राम नाम की, रटन लग्या सूं माळा रे, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रे।
यूँ बोल्या मन्ने बालाजी ते, बेटा क्यों घबरावे, भीमसेन से भजन करे ज्या, कदे नहीं दुःख पावै, भगतां का यो बण के रहवे, रखवाळा रे, भगतां का यो बण के रहवे, रखवाळा रे, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रे।
सुण ल्यो भगतों, होग्या मोटा चाला रै, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रै, मन्ने दर्शन देग्या, लाल लंगोटे आळा रे।