मुझको ले लो किशोरी जी शरण भजन लिरिक्स Mujhko Lelo Kishori Ji Sharan Lyrics

मुझको ले लो किशोरी जी शरण भजन लिरिक्स Mujhko Lelo Kishori Ji Sharan Lyrics, Radha Ashtmi Bhajan, Radha Rani Bhajan by Pujya Chitra Vichitra Maharaj


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जब सौंप दिया सब भार तुम्हें,
फिर मारो या तारो, कहें हम क्या,
मँझधार में लाकर, डुबाओ हमें,
चाहे पार किनारे, लगाओ तो क्या,
हम तेरे है तेरे रहेंगे सदा,
किसी और को अब तो निहारेंगे क्या,
पर कुछ आप भी राधे विचार करो,
हम दीन दुःखी को सहारो है क्या।

मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके,
मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके।
राधा श्री राधा श्री राधा, राधा राधा,
राधा श्री राधा श्री राधा, राधा राधा।

भाव नहीं दिल में मेरे,
करी नहीं साधना,
मैं हूँ मलिन मति,
जानूं ना आराधना,
मेरा निष्फल हुआ ये जीवन,
हे राधिके श्री राधिके,
मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके।


अधमो की नैया पल में,
पार लगाई,
मेरी बारी श्यामा इतनी,
देर क्यों लगाई,
मेरे पापों का कर लो हरण,
हे राधिके श्री राधिके,
मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके।

जकड़ा पड़ा हूँ श्यामा,
कर्मो के बंधन में,
कब होगी दृष्टि कृपा की,
मेरे सूने जीवन में,
मेरा जीवन तुम्हारे अर्पण,
हे राधिके श्री राधिके,
मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके।

चित्र विचित्र की श्यामा,
विनय सुन लीजै,
थोड़ी सी जगह चरणों में,
हमको भी दीजै,
तेरे चरणों में जीवन मरण,
हे राधिके श्री राधिके,
मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके।

मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके,
मुझको ले लो किशोरी जी शरण,
हे राधिके, श्री राधिके।
राधा श्री राधा श्री राधा, राधा राधा,
राधा श्री राधा श्री राधा, राधा राधा।

भजन श्रेणी : राधा कृष्णा भजन
भजन श्रेणी : श्री राधेरानी भजन यह भजन कृष्ण की प्रेमिका राधा को समर्पित है। भक्त अपने जीवन के सभी कष्टों और दुखों को राधा के हाथों में सौंप देता है। वह राधा से प्रार्थना करता है कि वह उसे अपने चरणों में स्थान दे और उसे अपने प्रेम और कृपा से भर दे।

हो मुझको किशोरी जी ले लो शरण हे राधिके !! चित्र विचित्र जी !! शालीमार बाग दिल्ली !! 27.1.2018

Jab Saump Diya Sab Bhaar Tumhen,
Phir Maaro Ya Taaro, Kahen Ham Kya,
Manjhadhaar Mein Laakar, Dubao Hamen,
Chaahe Paar Kinaare, Lagao To Kya,
Ham Tere Hai Tere Rahenge Sada,
Kisi Aur Ko Ab To Nihaarenge Kya,
Par Kuchh Aap Bhi Raadhe Vichaar Karo,
Ham Din Duhkhi Ko Sahaaro Hai Kya.

Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike,
Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike.
Raadha Shri Raadha Shri Raadha, Raadha Raadha,
Raadha Shri Raadha Shri Raadha, Raadha Raadha.

Bhaav Nahin Dil Mein Mere,
Kari Nahin Saadhana,
Main Hun Malin Mati,
Jaanun Na Aaraadhana,
Mera Nishphal Hua Ye Jivan,
He Raadhike Shri Raadhike,
Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike.


Adhamo Ki Naiya Pal Mein,
Paar Lagai,
Meri Baari Shyaama Itani,
Der Kyon Lagai,
Mere Paapon Ka Kar Lo Haran,
He Raadhike Shri Raadhike,
Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike.

Jakada Pada Hun Shyaama,
Karmo Ke Bandhan Mein,
Kab Hogi Drshti Krpa Ki,
Mere Sune Jivan Mein,
Mera Jivan Tumhaare Arpan,
He Raadhike Shri Raadhike,
Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike.

Chitr Vichitr Ki Shyaama,
Vinay Sun Lijai,
Thodi Si Jagah Charanon Mein,
Hamako Bhi Dijai,
Tere Charanon Mein Jivan Maran,
He Raadhike Shri Raadhike,
Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike.

Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike,
Mujhako Le Lo Kishori Ji Sharan,
He Raadhike, Shri Raadhike.
Raadha Shri Raadha Shri Raadha, Raadha Raadha,
Raadha Shri Raadha Shri Raadha, Raadha Raadha.
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भजन के पहले श्लोक में, भक्त राधा से कहता है कि उसने अपना सब कुछ उन्हें सौंप दिया है। अब वह राधा के हाथों में है, चाहे कुछ भी हो जाए। वह राधा के प्यार और कृपा के लिए तैयार है।
भक्त अपने पापों और गलतियों के लिए पश्चाताप करता है। वह राधा से प्रार्थना करता है कि वह उसे माफ करे और उसे अपने प्रेम से भर दे। भक्त राधा से अपने जीवन की रक्षा करने की प्रार्थना करता है। वह राधा को अपने जीवन का पालनहार और रक्षक मानता है।

चौथे श्लोक में, भक्त राधा से अपने जीवन में सुख और शांति लाने की प्रार्थना करता है। वह राधा के चरणों में अपना जीवन बिताना चाहता है।

यह भजन एक भक्त की गहरे प्रेम और भक्ति की अभिव्यक्ति है। भक्त राधा को अपने जीवन का उद्धारकर्ता और रक्षक मानता है। वह राधा के चरणों में अपना जीवन बिताना चाहता है।

"जब सौंप दिया सब भार तुम्हें" - भक्त अपने जीवन के सभी कष्टों और दुखों को राधा के हाथों में सौंप देता है।
"फिर मारो या तारो, कहें हम क्या" - भक्त राधा के फैसले को मानने के लिए तैयार है, चाहे वह कितना भी कठिन क्यों न हो।
"हम दीन दुःखी को सहारो है क्या" - भक्त राधा से प्रार्थना करता है कि वह उसे अपने प्यार और कृपा से भर दे।
यह भजन एक शक्तिशाली और भावुक भजन है जो भक्तों को राधा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
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