धर ले मनवा धीरज तू

धर ले मनवा धीरज तू

धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय,
माली सींचें सौ घड़ा,
ऋतू आये फल होय।
धर ले मनवा धीरज तू,
धर ले मनवा धीरज तू,
और फ़िकर ना कर,
पग बीच ना धर,
जब हैं गुरुवर,
किस बात का डर,
धर ले मनवा धीरज तू,
धर ले मनवा धीरज तू।
धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय,
माली सींचें सौ घड़ा,
ऋतू आये फल होय।
धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय।

जैसे काली रात के बाद ही,
आए नया सवेरा,
आए हैं मधु मास भी तोड़ के,
पतझड़ का हर घेरा,
(जैसे काली रात के बाद ही,
आए नया सवेरा,
आए हैं मधु मास भी तोड़ के,
पतझड़ का हर घेरा)
छँट जायेगी उदासी,
बस है देर जरा सी,
धर ले मनवा धीरज तू,
धर ले मनवा धीरज तू।
धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय,
माली सींचें सौ घड़ा,
ऋतू आये फल होय।
धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय।

बदली में चाहे,
छिप जाए सूरज,
हस्ती ना उसकी मिटती है,
गुरु वो जल है,
गृहस्थी से चाहे,
कृपा तो फिर भी दिखती है,
(बदली में चाहे, छिप जाए सूरज,
हस्ती ना उसकी मिटती है,
गुरु वो जल है, गृहस्थी से चाहे,
कृपा तो फिर भी दिखती है)
उनको आना है
तू क्यों होता अधीर,
धर ले मनवा धीरज तू,
धर ले मनवा धीरज तू।
धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय,
माली सींचें सौ घड़ा,
ऋतू आये फल होय।
धीरे धीरे रे मना,
धीरे सब कुछ होय।
 
भजन श्रेणी : सतगुरु देव /गुरु भजन (Read More : Satguru Dev Bhajan)

Dheere Dheere Re Mana | धीरे धीरे रे मना | DJJS Bhajan

Dhire Dhire Re Mana,
Dhire Sab Kuchh Hoy,
Maali Sinchen Sau Ghada,
Rtu Aaye Phal Hoy.
Dhar Le Manava Dhiraj Tu,
Dhar Le Manava Dhiraj Tu,
Aur Fikar Na Kar,
Pag Bich Na Dhar,
Jab Hain Guruvar,
Kis Baat Ka Dar,
Dhar Le Manava Dhiraj Tu,
Dhar Le Manava Dhiraj Tu.
Dhire Dhire Re Mana,
Dhire Sab Kuchh Hoy,
Maali Sinchen Sau Ghada,
Rtu Aaye Phal Hoy.
Dhire Dhire Re Mana,
Dhire Sab Kuchh Hoy.

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