मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना
बुढ़ापा मुझे मत देना, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
बेटा तो मेरा बड़ा पैसे वाला,
कभी ना पूछें मेरी बात, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
बेटी तो मेरी गई सास पे,
कभी ना करती बात, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
बड़े चाव से बहू ले आई,
बहू ना माने मेरी बात, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
कोड़ी कोड़ी मैंने माया जोड़ी,
कुछ ना आया मेरे हाथ, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
अपने पसंद की कोठी बनवाई,
कोने में डाली मेरी खाट, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
देना बुढ़ापा तो ऐसा देना,
तेरा भजन करूं दिन रात, बुढ़ापा मुझे मत देना,
मेरी शेरावाली मां बुढ़ापा मुझे मत देना।
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)
MERI SHERAWALI MAA BUDHAPA MUJHE MAT DENA
मैया शेरावाली से एक भक्त की करुण पुकार है कि वो उसे बुढ़ापे की उस अवस्था से बचाए, जहां अपनों का साथ छूट जाए। मन में ये डर है कि बेटा, बेटी, बहू—जो कभी दिल के करीब थे—अब उसकी बात न सुनें। ये वो दुख है, जो बुढ़ापे को और भारी बना देता है, जैसे कोई अपने ही घर में अजनबी हो जाए। दुनिया की माया जोड़ने में जिंदगी गुजर गई, मगर हाथ कुछ न आया। कोठी बनवाई, पर कोने में खाट डाल दी गई। ये उस अकेलेपन की पीड़ा है, जो मेहनत और अपनों की आस को खोखला कर देती है, जैसे कोई मेहनत से बनाया महल खाली सा लगे।
फिर भी भक्त की एक आस बाकी है। वो मैया से कहता है, अगर बुढ़ापा देना ही है, तो ऐसा दे कि उसका मन दिन-रात तेरे भजन में रम जाए। ये वो विश्वास है, जो हर निराशा में भी मैया की शरण को सबसे बड़ा सहारा मानता है। जैसे कोई तूफान में भी एक मजबूत डोर थाम ले, वैसे ही मैया का नाम उसका सच्चा आधार है।
Title - Meri Shera Wali Maa Bhudapa Mujhe Mat Dena
Artist - Pallavi Narang
Singer - Kajal Malik
Music - Pardeep Panchal
Lyrics - Traditional
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