यह एक प्रसिद्द पंजाबी वेडिंग सांग है। शादी के अवसर पर दुल्हन और दूल्हा दोनों के ही मेहंदी लगाईं जाती है। मेहंदी को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और यही कारण है की शादी/विवाह के अवसर पर ना केवल दुल्हन, दूल्हे के भी मेहंदी लगाईं जाती है। माना जाता है की जितना मेहंदी का रंग गहरा होता है उतना ही पति और पत्नी का सबंध गूढ़ होता है।
इस लोकगीत में दूल्हे के मेहंदी लगाने के विषय में वर्णन है की तुम मेहंदी लगाओ और ससुराल को जाओ। तुमको यह मेहंदी तुम्हारी माँ ने लगाईं है और तुम्हारे पिता को तुम्हारी शादी का बड़ा ही चाव है, ऐसे ही अन्य रिश्तेदारों का वर्णन इस लोकगीत में किया गया है।
तू मेहँदी ला, भाइया प्यारियाँ, मेहंदी ला के सोहरे घर जा, तू मेहंदी ला, जीवण जोगिया, मेहंदी ला के सोहरे घर जा।
ऐ मेहंदी तेरी अम्मी ने लाइ,
ऐ मेहंदी तेरी अम्मी ने लाइ, बाबल दे मन चाह, तू मेहंदी ला, जीवण जोगिया, मेहंदी ला के सोहरे घर जा।
ऐ मेहंदी तेरीया बहणा ने लाई, ऐ मेहंदी तेरीया बहणा ने लाई, जिजिया दे मन चाह, तू मेहंदी ला, जीवण जोगिया, मेहंदी ला के सोहरे घर जा।
ऐ मेहंदी तेरियां भाभियाँ ने लाई,
Punjabi Wedding Songs Lyrics Hindi
ऐ मेहंदी तेरियां भाभियाँ ने लाई, वीर ना दे चाह, तू मेहंदी ला, जीवण जोगिया, मेहंदी ला के सोहरे घर जा।
ऐ मेहंदी तेरियां चाचियां ने लाइ, ऐ मेहंदी तेरियां चाचियां ने लाइ, चाचेया दे मन चाह, तू मेहंदी ला, जीवण जोगिया, मेहंदी ला के सोहरे घर जा।
ऐ मेहंदी तेरियां मामिया ने लाइ,
ऐ मेहंदी तेरियां मामिया ने लाइ, मामेया दे मन चाह, तू मेहंदी ला, जीवण जोगिया, मेहंदी ला के सोहरे घर जा।
पंजाबी विवाह के गीत पंजाबी भाषा में गाए जाते हैं। इन गीतों में पंजाबी संस्कृति और परंपराओं को दर्शाया जाता पंजाबी विवाह के गीत पंजाबी संगीत की मधुर धुनों पर गाए जाते हैं। इन गीतों में ढोलक, सितार, और सरोद जैसे वाद्य यंत्रों का प्रयोग किया जाता है।