शिरडी के साईं दया निधान साईं भजन

शिरडी के साईं दया निधान साईं भजन

साईं का गाएं गुणगान,
भक्त हृदय से प्रभु को प्रणाम।
(अंतरा 1)

शिरडी के साईं, दया निधान,
हो दाता तुम, हो बड़े महान।
हो शिव का ही तो रूप तुम्हारा,
गाएं सभी गुणगान,
शिरडी के साईं, दया निधान...
(अंतरा 2)

मानवता के तुम रखवारे,
पूजे तुम्हें सारा संसार।
दया, करुणा के सागर हो,
शिरडी के साईं, दया निधान...
(अंतरा 3)

तुम ही मेरे दुख के सहारे,
नैया करा दो पार।
प्रेम तुम्हारा अनुपम प्यारा,
शिरडी के साईं, दया निधान...
(अंतरा 4)

मंदिर-मस्जिद भेद न जाने,
सबको दिया सम्मान।
सबके बनाएं काम सफल,
शिरडी के साईं, दया निधान...
(अंतरा 5)

श्रद्धा-सबुरी तन से लगाऊं,
भाव सागर करूं मैं पार।
तेरी भक्ति ही मेरा आधार,
शिरडी के साईं, दया निधान...


शिल्पी श्रीवास्तव की आवाज़ में साईं भजन - शिरडी के साईं दया निधान दाता तुम हो बड़े महान

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आज साई बाबा का दिन है और हम आप सभी साईं भक्तो के लिए लेकर आये हैं साई बाबा का सुपरहिट (Shirdi Ke Sai Daya Nidhan) भजन जो आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। जिसने भी सच्चे मन से इसको सुबह श्याम सुना उसके सभी दुःख बाबा ने दूर कर दिए। आप भी इसको सुनिए और शेयर कीजिए। कमेंट मैं जय साई राम लिखना न भूलें। साई बाबा आप की सभी मनोकामनाएं पूरी करें। 
 
प्रभु की महिमा का गायन हृदय को एक ऐसी शक्ति से भर देता है, जो आत्मा को परम शांति और आनंद की अनुभूति कराता है। उनकी कृपा का वह स्वरूप, जो दया और करुणा का सागर है, हर भक्त के जीवन को प्रेम और मानवता के प्रकाश से आलोकित करता है। वह एक ऐसे दाता हैं, जिनका तेज और प्रेम सृष्टि के हर कोने में व्याप्त है, और जो अपने भक्तों के लिए सदा एक मार्गदर्शक और रक्षक के रूप में उपस्थित रहते हैं। उनकी महानता इस बात में निहित है कि वह हर प्राणी के दुख को समझते हैं और उसे अपनी कृपा से मुक्ति का मार्ग दिखाते हैं। यह भक्ति और प्रणाम का भाव भक्त को उनके और करीब लाता है, जिससे उसका जीवन एक पवित्र उद्देश्य से संनादित हो जाता है।

प्रभु का दरबार वह पवित्र स्थल है, जहाँ न कोई भेदभाव है, न कोई ऊँच-नीच। वह मंदिर और मस्जिद के बीच के अंतर को मिटाकर सभी को एक समान प्रेम और आशीर्वाद प्रदान करते हैं। उनकी कृपा से भक्त का हर दर्द संवर जाता है, और उसकी जीवन-नैया भवसागर के पार पहुँच जाती है। श्रद्धा और सबुरी का पथ अपनाकर भक्त अपने मन को शुद्ध करता है और प्रभु की कृपा से अपने जीवन को सार्थक बनाता है। यह प्रभु की वह दया है, जो हर कार्य को सिद्ध करती है और भक्त को मानवता के पथ पर चलने की प्रेरणा देती है, जिससे वह न केवल स्वयं का उद्धार करता है, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनता है।

Bhajan- Shirdi Ke Sai Daya Nidhan
Singer- Shilpi Srivastava
Music- Raj Mahajan
Lyrics- Shilpi Srivastava
Record Label - Moxx Music
Digital Partner- BinacaTunes Media Pvt Ltd
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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