भटकी है नाव मेरी दिखे ना किनारा
प्रभु आके मुझको दे दो सहारा
साथी ना कोई मेरा तेरे सिवा है
मुझे आके जो देदे सहारा
भटकी है नाव मेरी................
श्याम मेरे श्याम , श्याम मेरे श्याम
सागर सी गहरी दुखों की ये घड़ियाँ
बिखरी हुई जैसे जीवन की कड़ियाँ
आकर पिरो दो बाबा माला में मोती
जीवन में खुशियों की बरसात होगी
भटकी है नाव मेरी..............
अगर साथ दोगे तो चलता रहूँगा
जीवन की हर बाधा हंस के सहूंगा
भरोसा ना टूटे बाबा कृपा ऐसी करना
अपनी चौखट से बाबा दूर ना करना
भटकी है नाव मेरी..............
पूछे कोई पंकज से नाम तेरा ले लूँ
पता तेरे दर का बाबा सबको मैं दे दूँ
मूरत मैं तेरी बाबा दिल में बसा लूँ
खाटू को अपने घर का पता में बना लूँ
भटकी है नाव मेरी दिखे ना किनारा
प्रभु आके मुझको दे दो सहारा
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
प्रभु ही सहारा | Prabhu Hi Sahara | बाबा श्याम का दर्द भरा भजन | by CA. Puneet Thukral | Full hd
Song: Prabhu Hi Sahara
Singer: CA. Puneet Thukral
Music: Kuldeep Gaur (Shammi)
Lyricist: "Saral" Pankaj Aggarwal
Video: Ghanshyam Creations - 84697-48661
Category: Hindi Devotional (Shyam Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur
Label: Yuki
मन की नाव जब भटक जाती है और कोई सुरक्षित किनारा नजर नहीं आता, तो यह भावदासा होती है कि जीवन की उलझनों और कष्टों के बीच एक संबल और सहारा चाहिए। नाव की तरह व्यक्ति जीवन की कठिनाइयों में खोया हुआ होता है, और प्रभु ही वह मार्गदर्शक हैं जो उसे सही दिशा दिखा सकते हैं।
दुखों की गहराई समंदर जैसी होती है, जिसमें जीवन के सारे दुःख जुड़े होते हैं। परंतु भक्त की आत्मा यह विश्वास करती है कि प्रभु के चरणों के माला में मोती की तरह खुशियाँ जुड़ेंगी, जिससे जीवन में आनंद और शांति का सृजन होगा।
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