ओ शंकर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे, जीवन पथ पर शाम सवेरे, जीवन पथ पर शाम सवेरे, छाए हैं घनघोर अँधेरे, ओ शंकर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे।
मैं मूरख तू अंतर्यामी, मैं मूरख तू अंतर्यामी,
मैं सेवक तू मेरा स्वामी, मैं सेवक तू मेरा स्वामी, काहे मुझसे नाता तौड़ा मन छोड़ा मंदिर भी छोड़ा, कितनी दूर लगाये तूने, जा कैलाश पे डेरे, ओ शंकर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे।
तेरे द्वार पे ज्योत जगाते,
Mahendra Kapoor Bhajan Lyrics Hindi,Shiv Bhajan Lyrics in Hindi
तेरे द्वार पे ज्योत जगातें, युग बीते तेरे गुण गाते, युग बीते तेरे गुण गातें, ना माँगूँ मैं हीरे मोती, मांगू बस थोड़ी सी ज्योति, खाली हाथ न जाऊँगा मैं, दाता द्वार से तेरे, ओ शंकर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे।
ओ शङ्कर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे, जीवन पथ पर शाम सवेरे, जीवन पथ पर शाम सवेरे, छाए हैं घनघोर अंधेरे, ओ शंकर मेरे, कब होंगे दर्शन तेरे।