अब आता ही होगा, सलौना मेरा, बस मार्ग उसी का, तकां करते हैं, कविता सविता नहीं जानते हैं, दिल में जो समाया, पता करते हैं, पढ़ते उसके पद पंकज में, चलते चलते जो, थका करते हैं, उसका रस रूप, पिया करते हैं, उसकी छवि छाक छका करते हैं। भूखे हैं तेरे प्यार के, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया,
भूखे हैं तेरे प्यार के, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया।
मेरे दिल में बसी, तेरी तस्वीर है, मेरी आँखों से सदा, ही बहते नीर हैं, की थक गए पुकार के, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया।
कहेगी क्या दुनियाँ, हमें परवाह नहीं, हमें तेरे सिवा, किसी की चाह नहीं,
Chitra Vichitra Ji Maharaj Bhajan Lyrics in Hindi,Krishna Bhajan Lyrics Hindi
क्यों बैठे हो बिसार के, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया।
हमने इस जीवन की, सौंपी तुम्हे डोर है, तुम्हारे बिन मोहन, मेरा ना कोई और है, हम आए सब हार के, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया।
चित्र विचित्र का प्रेम, कन्हैया निभा लेना, अपने दीवानों में, हमें भी मिला लेना,
खड़े है तेरे द्वार पे, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया।
भूखे हैं तेरे प्यार के, हमें भी दीदार दे, साँवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया, भूखे हैं तेरे प्यार के, हमें भी दीदार दे, सांवरे रंग रसिया, मोहन मेरे मन बसिया।
Bhajan Tangs : ऐसा भजन नहीं सुना होगा - साँवरे रंग रसिया मोहन मेरे मन बसिया | World Famous Radha Krishna Bhajan | Saaware Rang Rasiya Mohan Mere Man Basiya एक बार अवश्य सुनें बाबा श्री चित्र विचित्र जी महाराज जी की मधुर वाणी में आनन्द आयेगा