दो फूल खिला दो जीवन में

दो फूल खिला दो जीवन में

जयकारा, शेरावाली का,
बोलिये सांचे दरबार की जय,
मेरा मन नहीं लगता, ओ मैया,
माँ, मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

माना तेरी सेवा मुश्किल है,
माना तेरी सेवा मुश्किल है,
चौखट पे गुज़ारा कर लेंगे,
मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

दो फूल खिला दो जीवन में,
दो फूल खिला दो जीवन में,
खुशबु से गुजारा कर लेंगे,
माँ, मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

माना तेरा लहंगा लाखों का,
माना तेरा लहंगा लाखों का,
चुनरी से गुजारा कर लेंगे,
माँ, मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

माना तेरा जागरण लाखों का,
माना तेरा जागरण लाखों का,
कीर्तन में गुजारा कर लेंगे,
माँ, मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

माना तेरा भंडारा लाखों का,
माना तेरा भंडारा लाखों का,
हलवे में गुजारा कर लेंगे,
माँ, मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

मेरा मन नहीं लगता, ओ मैया,
माँ, मंदिर में गुजारा कर लेंगे।

भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)


नवरात्रि भजन▹माँ दो फूल खिलादो जीवन में | Mata Bhajan | Devi Bhajan | Navratri Bhajan | Komal Gouri

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