ओ कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता, झोली में ना समाता, कृपा पे तेरी जिया, कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता।
मेरी राहों में थे जितने कांटे, तूने उन्हें फूल बनाया, गम के अंगारे बरस रहे थे, तूने करि शीतल छाया, गिरने दिया ना तूने,
मुझको संभाला तूने, आकर थाम लिया शुक्रिया, कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता।
सारी दुनिया ने ठुकराया, तूने मुझे चरणों से लगाया, डूबने ना पाई जीवन नैया, तूने मुझे पार लगाया, करी नहगीं पल की देरी, बिगड़ी बनाई मेरी, ऐसा उपकार किया शुक्रिया,
Chitra Vichitra Ji Maharaj Bhajan Lyrics in Hindi
कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता।
ओ मेरे बांके बिहारी, नजर कृपा की ऐसी कर दी, दूर हुई सब विपदा मेरी, ख़ुशियों से झोली भर दी, चित्र विचित्र को, अपना बनाकर तूने, इतना प्यार दिया, शुक्रिया, कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता।
कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता, झोली में ना समाता, कृपा पे तेरी जिया, कैसे करूँ शुक्रिया, इतना दिया है दाता।
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