एहीं पार गंगा ओही पार जमुना बिचबा मा
एहीं पार गंगा ओही पार जमुना बिचबा मा
एही पार गंगा रे ओंही पार जमुना,अरे बिचबा मा बहय बालू रेत रे ललनबा।
ओंही बालू-रेतबा मा बागा रे बगइचा
अरे फुलबा फूलय कचनार रे ललनबा
फुलबा तोड़न चली बेटी हो कवन देई
अरे फुलबा तोड़त पड़ी भारि रे ललनबा
घोड़बा चढ़ल आमइ दुलहे कवन सिंह
अरे धइ लिहिन गोरी-गोरी बांह रे ललनबा
छोंड़ा छोंडा मोर स्वामी गोरी-गोरी बंहिया
अरे बंहिया आल्हर सुकुमारि रे ललनबा
एही पार गंगा रे ओंही पार जमुना,
अरे बिचबा मा बहय बालू रेत रे ललनबा।
एहीं पार गंगा ओही पार जमुना,
बिचबा मा बहय बालू रेत रे।
विवाह गीत || एहीं पार गंगा ओही पार जमुना बिचबा मा बहय बालू रेत रे..||VIVAH GEET || NARENDRA OFFICIAL