चादर को इंग्लिश में क्या कहते हैं
चादर को इंग्लिश में क्या कहते हैं
तोए काऊ दिन हाथ लगाय दूँगी,
मत फोड़े दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मैं हूँ ग्वालिन बरसाने की,
तेरी धौंस में नहीं आने की,
अब तेरो रस्तो बंद करा दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मात यशोदा से कह आई,
घर चल तेरी होगी पिटाई,
अब तोये ओखल से बंधवाय दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
भयो अनोखो तू उत्पाती,
तोकू नैक शरम नहीं आती,
अब तेरी कंस पे खबर करा दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
एक कांवरिया कारी तोपे,
रतन जड़ित आभूषण मोपे,
एक भी भूषण खोये गयो,
तेरो चोरी में नाम लिखाय दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मैंने कान्हा नहीं पहचानी,
तेरी मेरी प्रीत पुरानी,
अब तोये नैनन बीच बसा लुंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मत फोड़े दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मैं हूँ ग्वालिन बरसाने की,
तेरी धौंस में नहीं आने की,
अब तेरो रस्तो बंद करा दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मात यशोदा से कह आई,
घर चल तेरी होगी पिटाई,
अब तोये ओखल से बंधवाय दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
भयो अनोखो तू उत्पाती,
तोकू नैक शरम नहीं आती,
अब तेरी कंस पे खबर करा दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
एक कांवरिया कारी तोपे,
रतन जड़ित आभूषण मोपे,
एक भी भूषण खोये गयो,
तेरो चोरी में नाम लिखाय दूंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
मैंने कान्हा नहीं पहचानी,
तेरी मेरी प्रीत पुरानी,
अब तोये नैनन बीच बसा लुंगी,
मत फोड़ दही की मटकी।
कान्हा अब तोये...
Mat Fode Dahi Ki Mataki..🍯 ((THE PRAYER)) #KhatuShyamBhajan #ViralBhajan #Bhajan
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बाल्यकाल की शरारतें और मासूमियत, जब ईश्वर स्वयं अवतार लेकर धरती पर आते हैं, तो वे भी जीवन के सहज और सरल भावों में रम जाते हैं। प्रेम और हास्य से भरी यह लीलाएँ, जहाँ एक ओर सामाजिक संबंधों में मिठास घोलती हैं, वहीं दूसरी ओर जीवन की जटिलताओं को सरलता से स्वीकार करने की प्रेरणा देती हैं। जब कोई बालक अपनी चंचलता से सबका मन मोह लेता है, तो उसके दोष भी स्नेह और मुस्कान में बदल जाते हैं। यही भाव दर्शाता है कि प्रेम और अपनापन, अनुशासन और नाराज़गी से कहीं अधिक प्रभावशाली होते हैं, और जीवन के हर संबंध में हास्य, संवाद और स्नेह की आवश्यकता है।
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Author - Saroj Jangir
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