छायो घर घर में आनंद भूप घर कन्या
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है।
एकादशी से दो दिन पहले,
एकादशी से दो दिन पहले,
फागुन की अमावस से पहले,
फागुन की अमावस से पहले,
ए जी कोई शिव चौदस के दिन,
उमा धरती पर आई है,
उमा धरती पर आई है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है।
राजा ने पंडित बुलावाये,
हवन यज्ञ करवाये,
राजा ने पंडित बुलावाये,
हवन यज्ञ करवाये,
ऐ जी कोई कर रहे,
यज्ञ और जाप,
उमा को नाम धरायो है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है।
पहलो नाम उमा रखवायो,
पहलो नाम उमा रखवायो,
दूजो नाम रमा रखवायो,
ए जी कोई तीजे शिव की नार,
चौथे हवन रचायो है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है।
सयानी भई नोरते किन्हीं,
फूल लाय के पूजा किन्हीं,
पर्वत ऊपर पूजा किन्हीं,
पति मिले शिव कैलाश,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है।
उमा धरती पर आई है,
उमा धरती पर आई है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है,
छायो घर घर में आनंद,
भूप घर कन्या जन्मी है।भजन श्रेणी : शिव भजन ( Shiv Bhajan) शिव जी के सभी भजन देखने के लिए क्लिक करें.
SHIV CHAUDAS KE DIN UMA DHARTI PAR AAYI HAI