मेरी सास घणी कलिहारी से, छोड़न का प्लान बना रही से, मर ज्यांगी खाके गोली मैं, माँगू सूं करकै झोली मैं, बाबा मोहनराम तेरी खोली में, माँगू सूं करकै झोली मैं।
बाबा मोहन राम मेरा भर पेटा, बाबा मोहन राम मेरा भर पेटा, मैंने दे दे विजय सा एक बेटा, फिर आऊं नाचती टोली में, माँगू सूं करकै झोली मैं, बाबा मोहनराम तेरी खोली में, माँगू सूं करकै झोली मैं।
लेखक व गायकpt. Vijay Bhardwaj all copyrights pt vijay Bhardwaj पंडित विजय भारद्वाज एंड जागरण पार्टी माँ भगवती जागरण , महाकाली जागरण , गुरू गौरख नाथ जागरण, , सुन्दर कांड पाठ,