माँ छगनी रा लाल था बिन सुनी कुटिया हमारी, दर्शन ने म्हारा नैणां तरसे राह निहारे तुम्हारी, राखो राखो म्हारी लाज म्हाने दो दर्शन थे आज,
म्हारे आँगणे पधारो जी बाबोसा म्हारे आँगणे पधारो जी।
थे ही जाणों सब रे मन री थाने के बतलावां, थासू मिलण री आस है म्हाने दर्शन कर सुख पावा, वैभव करे है मनुहार दिलबर आओ एक बार, म्हारे आँगणे पधारो जी बाबोसा म्हारे आँगणे पधारो जी।
बाबो सा सरकार आंगणे पधारोबाबोसा सरकार आंगणे पधारो!! बाबोसा