ब्रह्मांड मे रहती हो या गुफा में रहती हो लिरिक्स Brahmand Me Rahati Ho Lyrics

ब्रह्मांड मे रहती हो या गुफा में रहती हो लिरिक्स Brahmand Me Rahati Ho Lyrics, Mata Rani bhajan

 
ब्रह्मांड मे रहती हो या गुफा में रहती हो लिरिक्स Brahmand Me Rahati Ho Lyrics, Mata Rani bhajan

ब्रह्मांड मे रहती हो,
या गुफा में रहती हो,
इतना तो बतादो मां,
तुम कहां पे रहती हो,
ब्रह्मांड मे रहती हो,
या गुफा में रहती हो,
इतना तो बतादो मां,
तुम कहां पे रहती हो।

मैया दिन बना है कैसे,
हुआ इतना उजाला कैसे,
अंखियो की रोशनी है,
या दीप जलाती हो,
ब्रह्मांड मे रहती हो,
या गुफा में रहती हो,
इतना तो बतादो मां,
तुम कहां पे रहती हो।

मैया रात बनी है कैसे,
हुआ इतना अंधेरा कैसे,
तुम काजल लगाती हो,
बालों को लहराती हो,
ब्रह्मांड मे रहती हो,
या गुफा में रहती हो,
इतना तो बतादो मां,
तुम कहां पे रहती हो।

मां पृथ्वी है तेरी थाली,
आकाश है तेरी छतरी,
क्या सूरज खिलौना है,
या चन्द्रमा खिलौना है,
ब्रह्मांड मे रहती हो,
या गुफा में रहती हो,
इतना तो बतादो मां,
तुम कहां पे रहती हो।

हुआ फिर निर्माण मां कैसे,
हुआ फिर विस्तार कैसे,
तुम छलिया नारी हो,
या रूप बदलती है,
ब्रह्मांड मे रहती हो,
या गुफा में रहती हो,
इतना तो बतादो मां,
तुम कहां पे रहती हो।


 माता भजन | ब्रामाण्ड मे रहती हो या गुफा में रहती हो | Mata Bhajan | Kajal Malik (With Lyrics)
 
■ Title ▹Brahmand Me Rehti Ho Ya Gufa Me Rehti Ho Itna To Bata Do Maa Tum Kaha Pe Rehti Ho
■ Artist ▹Pallavi Narang
■ Singer ▹ Kajal Malik
■ Music ▹ Pardeep Panchal
■ Lyrics & Composer ▹ Traditional
■ Editing ▹KV Sain
■ Cameraman ▹Gulshan Bawa

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