चाहे तू जो आत्म ज्ञान भजमन नारायण
चाहे तू जो आत्म ज्ञान भजमन नारायण
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,भजमन नारायण नारायण,
कर अपने प्रभु का चिंतन,
कहीं बीत ना जाये जीवन,
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण।
जग से क्या नेह लगाना,
बैरी जग छोड़ के जाना,
जग से क्या नेह लगाना,
बैरी जग छोड़ के जाना,
करले तू मालिक का ध्यान,
भजमन नारायण नारायण,
कर अपने प्रभु का चिंतन,
कहीं बीत ना जाये जीवन,
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण।
चाहे जो आत्म शक्ति,
कर अपने प्रभु की भक्ति,
चाहे जो आत्म शक्ति,
कर अपने प्रभु की भक्ति,
तेरा हो जाये कल्याण,
भजमन नारायण नारायण,
कर अपने प्रभु का चिंतन,
कहीं बीत ना जाये जीवन,
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण।
मालिक का सुमिरन कर ले,
भव से तू पार उतरले,
मालिक का सुमिरन कर ले,
भव से तू पार उतरले,
भक्ति से मिलते भगवान,
भजमन नारायण नारायण,
कर अपने प्रभु का चिंतन,
कहीं बीत ना जाये जीवन,
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण।
धोले तू मैली चदरिया,
कहीं बीत ना जाये उमरिया,
धोले तू मैली चदरिया,
कहीं बीत ना जाये उमरिया,
अपने मालिक को पहचान,
भजमन नारायण नारायण,
कर अपने प्रभु का चिंतन,
कहीं बीत ना जाये जीवन,
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण।
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण,
कर अपने प्रभु का चिंतन,
कहीं बीत ना जाये जीवन,
चाहे तू जो आत्म ज्ञान,
भजमन नारायण नारायण।
गुरुवार special में भजमन नारायण नारायण Bhajman Narayan Narayan श्री हरि का मनमोहक भजन,VIPIN SACHDEVA
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