गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों, गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों।
भावना दे नाल जुड़, दर उत्ते आंदे ने, मंगियां मुरादा ओ, ता गुरां कोलो पांदे ने, इस दर उत्ते अलख जगा, आओ वे नसीबा वालेयो, गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों।
सतगुरू मेरेयां ने, रहमत बरसाई ये, नाम वाली दात साडी, झोली विच्च पाई ये, तू वी दर उत्ते डेरा ला, आओ वे नसीबा वालेयों, गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों।
डूबदे होए बेड़े सतगुरू, आप ही तारदे, बिगड़े मुक्कदर ओ, ता आप सवांर दे, तू वी ध्यान चरणां दे विच्च ला, आओ वे नसीबा वालेयों, गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों।
भर भर मुठ्ठियां खज़ाना, झोली पा लेया, जीवन दा असली, धन हथ आ गया, तू वी लख लख शुक्र मना, आओ वे नसीबा वालेयों, गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों।
गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों, गुरू चरणां दी ठंडी ठंड़ी छां, आओ वे नसीबा वालेयों।