जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
सास मेरा भैया आया रे,
अरे क्या रोटी सब्जी बनाऊं,
बहु मक्के की बना ले री,
बथुए का बना ले साग,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
भैया तो मेरा जैमन लागा री,
मैं पीठ फेर कर रोई,
बहन मेरे रोवे मत ना री,
तेरी माड़ी है तकदीर,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
सास मेरा नंदोई आया रे,
क्या रोटी सब्जी बनाऊं,
बहु गेहूं की बना ले रे,
आलू का बना ले साग,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
कल क्या तेरा दुश्मन आया रे,
अरे बथुए का बनाया साग,
आज क्या डीसी आया रे,
अरे आलू का बनाया साग,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
भैया तो तेरे रोज ही आ,
मेरी नंदोई आवे एक बार,
भैया तो मेरा भात भरेगा री,
अरे नंदोई खर्चा करवाये,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
अरे सासुल की सुन लो बात,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
सास मेरा भैया आया रे,
अरे क्या रोटी सब्जी बनाऊं,
बहु मक्के की बना ले री,
बथुए का बना ले साग,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
भैया तो मेरा जैमन लागा री,
मैं पीठ फेर कर रोई,
बहन मेरे रोवे मत ना री,
तेरी माड़ी है तकदीर,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
सास मेरा नंदोई आया रे,
क्या रोटी सब्जी बनाऊं,
बहु गेहूं की बना ले रे,
आलू का बना ले साग,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
कल क्या तेरा दुश्मन आया रे,
अरे बथुए का बनाया साग,
आज क्या डीसी आया रे,
अरे आलू का बनाया साग,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
भैया तो तेरे रोज ही आ,
मेरी नंदोई आवे एक बार,
भैया तो मेरा भात भरेगा री,
अरे नंदोई खर्चा करवाये,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात,
जमाना कैसा आया रे,
अरे सासुल की सुन लो बात।
लोक गीत श्रेणी : लोकगीत Lokgeet/Folk Song