खाटू में लगता है मेला हर ग्यारस भजन

खाटू में लगता है मेला हर ग्यारस भजन

खाटू में लगता है मेला,
हर ग्यारस पर आऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे,
शुक्र करूं जो तूने दिया,
तेरा ही गुण गाऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे।

जब जब भी मैं तुझे निहारूं,
आँख में आंसू आये,
तूने हाथ दिया सांवरिया
जब सबने हाथ छुड़ाये,
रहू सदा चरणों में तेरे,
अपनी तुझे सुनाऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे,
खाटू में लगता है मेला,
हर ग्यारस पर आऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे।

सारी दुनिया है देखी,
तुमसे ना कोई देखा,
सब के कर्मों का बाबा,
रखता है लेखा जोखा,
पाप किये जीवन में हमने,
कितने तुम्हे गिनाऊं,
श्याम दरबार में तेरे
खाटू में लगता है मेला,
हर ग्यारस पर आऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे।

सारे जग्ग में चलता है,
बाबा राज तुम्हारा,
तेरी रहमत से चलता है,
हम सबका श्याम गुज़ारा,
माही तुझको श्याम पुकारे,
मन चाहा फल पाऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
खाटू में लगता है मेला,
हर ग्यारस पर आऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे।

खाटू में लगता है मेला,
हर ग्यारस पर आऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे,
शुक्र करूं जो तूने दिया,
तेरा ही गुण गाऊं,
श्याम दरबार में तेरे,
श्याम दरबार में तेरे।


भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)


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