श्यामा वे मेरी मटकी भर दे
श्यामा वे मेरी मटकी भरदे,
भर मटकी मेरे सिर ते धरदे,
चार कदम है संग चल वे,
मेरी मटकी भर दे,
श्यामा वे मेरी मटकी भर दे।
यह ना समझ श्यामा दूरों आई,
कुंज गली में मेरा घर वे,
मेरी मटकी भर दे,
श्यामा वे मेरी मटकी भर दे।
यह ना समझ श्यामा कली आई,
सारी सखियां संग वे,
मेरी मटकी भर दे,
श्यामा वे मेरी मटकी भर दे।
यह न समझना श्यामा,
कन्याकुमारी,
श्यामसुंदर मेरा वर वे,
मेरी मटकी भर दे,
श्यामा वे मेरी मटकी भर दे।
यह न समझ श्यामा,
कोई न सहारा,
सतगुरु मेरे संग में,
मेरी मटकी भर दे,
श्यामा वे मेरी मटकी भर दे।
श्यामा वे मेरी मटकी भरदे,
भर मटकी मेरे सिर ते धरदे,
चार कदम है संग चल वे,
मेरी मटकी भर दे,
श्यामा वे मेरी मटकी भर दे।
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