तेरे जैसा ओ कान्हा ना होगा कोई हरजाई
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
रोती बिलखती तेरी राधा,
और यशोदा माई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई।
जरा सोच मेरे बनवारी,
राधा जी का क्या होगा,
माता यशोदा नंद बाबा का,
हाल बुरा जब भी होगा,
कौन सुनाएगा मोहे मुरली,
माखन कौन चुरायेगा,
अश्रु की घाटी झर झर बहती,
अखियां सबकी सुखाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई।
तेरे बिना सब मुरली मनोहर,
प्राण रहित हो जाएंगे,
साथ छोड़ कर ना जाओ,
हम जीते जी मर जाएंगे,
जग के पालनहार क्या तुम,
यूं ऐसे तड़पाओगे,
सुध बुध हमारी जाती रही,
अब कुछ ना हमको बुझाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई।
तेरी सूरत देख कर मोहन,
हम खुश होकर जीते थे,
शाम सवेरे तुझे देख,
दर्शन अमृत पी लेते थे,
क्या होगा अब हम को संभालो,
घेर रही तन्हाई,
हे नट नागर हे बनवारी,
ना लो हमसे विदाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई।
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई,
रोती बिलखती तेरी राधा,
और यशोदा माई,
तेरे जैसा ओ कान्हा ना,
होगा कोई हरजाई।