गुरु किरपा काटैं भव रोगा,
अति दुर्लभ पाईये संजोगा,
गुरु परमेश्वर एकैं होई,
जानें विरला गुरुमुख कोई।
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
अन बोलन मेरी विरथा जानी,
अपना नाम जपाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
दुख नासैं सुख सहज समाये,
आनंद आनंद गुणं गाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
बाँह पकड़ कढ़ लीजैं अपने,
प्रभु अंधकूप कें पाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
कहों नानक गुरु बंधन काटें,
बिछुड़त आन मिलाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
सतनाम वाहेगुरु, सतनाम वाहेगुरु,
सतनाम वाहेगुरु, सतनाम वाहेगुरु।
बोलों श्री गुरु नानक देव जी की जय,
बोलें सो निहाल, सत श्री अकाल।
बोलो जयकारा,
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय।
अति दुर्लभ पाईये संजोगा,
गुरु परमेश्वर एकैं होई,
जानें विरला गुरुमुख कोई।
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
अन बोलन मेरी विरथा जानी,
अपना नाम जपाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
दुख नासैं सुख सहज समाये,
आनंद आनंद गुणं गाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
बाँह पकड़ कढ़ लीजैं अपने,
प्रभु अंधकूप कें पाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
कहों नानक गुरु बंधन काटें,
बिछुड़त आन मिलाया ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया,
उतर गयों मेरे मन का संशया,
जब तें दर्शन पायों ठाकुर,
तुम शरणाई आया ठाकुर,
तुम शरणाई आया।
सतनाम वाहेगुरु, सतनाम वाहेगुरु,
सतनाम वाहेगुरु, सतनाम वाहेगुरु।
बोलों श्री गुरु नानक देव जी की जय,
बोलें सो निहाल, सत श्री अकाल।
बोलो जयकारा,
बोल मेरे श्री गुरुमहाराज जी की जय।
तुम शरणाई आया ठाकुर लिरिक्स Tum Sharanai Aaya Thakur Lyrics Guru Purab Special तुम शरणाई आया ठाकुर
इस भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों (Bhajan With Lyrics in Text) को भी देखें.
अन-बोलन मेरी,विरथा जानी-२-४,
अपना नाम,जपाया ठाकुर-२,
तुम शरणाई,आया ठाकुर,तुम शरणाई आया-२-४,
उतर गयों मेरे, मन का संशया-२,जब तें दर्शन,पायों ठाकुर-२,
तुम शरणाई,आया ठाकुर,तुम शरणाई आया-२,
अपना नाम,जपाया ठाकुर-२,
तुम शरणाई,आया ठाकुर,तुम शरणाई आया-२-४,
उतर गयों मेरे, मन का संशया-२,जब तें दर्शन,पायों ठाकुर-२,
तुम शरणाई,आया ठाकुर,तुम शरणाई आया-२,