हनुमत चरनन की रज दे दो पवन कुमार,
जाहि बिधि चाहे कीजिए हम सब का उद्धार।
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
राम है जहां वहां हनुमाना,
पवनपुत्र हे कृपा निधाना,
राम हनुमान एक प्रेम भाषा,
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
सिया का पता हनुमत ने किया,
राम की मुद्रिका सिया को दिया,
राम को बताई सिया की निराशा,
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
जाहि बिधि चाहे कीजिए हम सब का उद्धार।
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
राम है जहां वहां हनुमाना,
पवनपुत्र हे कृपा निधाना,
राम हनुमान एक प्रेम भाषा,
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
सिया का पता हनुमत ने किया,
राम की मुद्रिका सिया को दिया,
राम को बताई सिया की निराशा,
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
हनुमत चरनन की रज दे दो पवन कुमार,
जाहि बिधि चाहे कीजिए हम सब का उद्धार।
हनुमत राम के परम दासा,
पूरी करे सारी अभिलाषा।
हनुमत राम के परम दासा, पूरी करे सारी अभिलाषा Hanuman Ji Bhakti Bhajan
Singer : Abhijeeta
Music & Lyric : Ravindra Khare
Sound engineer : Sanjeev Shrivastava
Mix & mastering : Ankit Singh
Music & Lyric : Ravindra Khare
Sound engineer : Sanjeev Shrivastava
Mix & mastering : Ankit Singh
हनुमान जी की भक्ति और सेवाभाव का वर्णन इस भजन में बड़ी ही सुंदरता से किया गया है। हनुमान जी, जिन्हें पवनपुत्र भी कहा जाता है, राम के परम भक्त और दास हैं। उनकी चरण रज से सबका उद्धार होता है। हनुमान जी जहां भी जाते हैं, वहां राम की सेवा और उनके कार्यों को पूर्ण करते हैं। उन्होंने सीता माता का पता लगाकर राम को उनका संदेश दिया और राम की मुद्रिका सीता को पहुंचाई। हनुमान जी की भक्ति और प्रेम की भाषा अनोखी है, जिसमें वे राम की हर अभिलाषा पूरी करते हैं।