जब से चाहा तुझको मोहन भजन लिरिक्स

जब से चाहा तुझको मोहन लिरिक्स Jab Se Chaha Tumko Mohan Lyrics, Krishna Bhajan

 
जब से चाहा तुझको मोहन लिरिक्स Jab Se Chaha Tumko Mohan Lyrics, Krishna Bhajan

जब से चाहा तुझको मोहन,
रही ना मन में कोई कामना,
क्या करती मैं जग के साधन,
मन में जब बस गई साधना
नश्तर है जब सारी दुनिया,
तो दुनिया किस काम की,
मैं मीरा दीवानी हूँ,
दीवानी मैं श्याम की।

आखर आखर जोड़ जोड़ कर,
गीत गीत में श्याम लिखा,
भक्ति भाव में मन यूँ डूबा,
तन को अक्षर धाम लिखा,
राज महल में जब जब भेजे,
पीने को विष के प्याले,
मैंने हर प्याले के उपर,
मोहन तेरा नाम लिखा,
गाते गाते गीत मिलन के,
सुध बिसरी आराम की
मैं मीरा दीवानी हूँ,
दीवानी मैं श्याम की।

जग के सब स्वार्थ के अंधे,
मन की पीड़ा जाने कौन,
अंसुवन सींची प्रेम बेल,
के पुष्पों को पहचाने
मन का सब सुख चैन,
जल गया सांसो के दावानल में,
मन वैरागी जले रात भर,
बात कहूँ तो माने कौन,
लोभ मोह मद दम्भ जले सब,
जल गई तृष्णा काम की
मैं मीरा दीवानी हूँ,
दीवानी मैं श्याम की।
जब से चाहा तुझको मोहन,
रही ना मन में कोई कामना,
क्या करती मैं जग के साधन,
मन में जब बस गई साधना
नश्तर है जब सारी दुनिया,
तो दुनिया किस काम की,
मैं मीरा दीवानी हूँ,
दीवानी मैं श्याम की।

जब से चाहा तुझको मोहन | अंकित त्रिवेदी | Jab Se Chaha Tujhko Mohan | Sanskar Bhajan

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Written by :- Dr. Mohini Bhuvan well known Hindi poet
Singer :- Ankit Trivedi (Gujarat)
Directed by:-Dharmesh Kapadia
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