आयी आज जागे वाली रात, आज भक्तों, आईया संगता भी, दुरो दर जल सी, मैं सुनिया दाती, मेहरा करदी, मैं बन के सवाली, आया दर सी, मंगलो जिहने, जिहने मंगना, भूहे मंदिरा दे, खुले होये सारे जी।
तेरे दर उते रेहन, मेले लगदे, मियां लाल झंडा, भवना ते सजदे, बड़ा प्यारा है, नजारा मैया लगदा, नाले लाल सुहा चोला, मैया सजदा, कई आसा ते उम्मीदा लेके, तेरे दर उते भक्त प्यारे ने, अम्बे रानी महरानी मेहरा, करदी मैया दुभि वेहड़ी, पला विच तारे जी।
तेरे जग उते शान, निराली माँ कोई दर, तो जावे ना खाली माँ, मियां बिगड़े कम है, सवार दी एथे लाख, पपियाँ ना मैया तार दी, आगे उचियाँ चढ़ाइयाँ, चढ़ के मियां कर द्वे, वारे न्यारे।