जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
नश्वर जगत के,
व्यवहार बन्दे,
नश्वर आडम्बर ये सारा,
नश्वर सब महल मकान,
जो तेरा दिल भरमाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
दो साल दस साल,
सौ साल जी ले,
आखिर पड़े तुझको जाना,
इस दुनिया से जाके सुनाना,
फिर है किसी को आना,
पा सकता ना कोई काया,
ये संत बतलाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
चौरासी लाख से श्रेष्ट,
मानुष तन पाकर,
प्रभु को ना ध्याया,
होगा सदा ही,
हज़ूरी प्रभु की,
खौफ ना मन में आया,
कह रहे तुझे संत सुजान,
स्वांस तेरी बीतती जाती है,
जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
कर बंदगी सतगुरु की,
ऐ भोले इज्जत से,
परलोक जाना
होगा ना फिर कभी चक्कर,
चौरासी में दास तुझको आना,
देख कितना नफा नुकसान,
दया से गुरु बतलाते है,
जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
नश्वर जगत के,
व्यवहार बन्दे,
नश्वर आडम्बर ये सारा,
नश्वर सब महल मकान,
जो तेरा दिल भरमाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
दो साल दस साल,
सौ साल जी ले,
आखिर पड़े तुझको जाना,
इस दुनिया से जाके सुनाना,
फिर है किसी को आना,
पा सकता ना कोई काया,
ये संत बतलाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
चौरासी लाख से श्रेष्ट,
मानुष तन पाकर,
प्रभु को ना ध्याया,
होगा सदा ही,
हज़ूरी प्रभु की,
खौफ ना मन में आया,
कह रहे तुझे संत सुजान,
स्वांस तेरी बीतती जाती है,
जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
कर बंदगी सतगुरु की,
ऐ भोले इज्जत से,
परलोक जाना
होगा ना फिर कभी चक्कर,
चौरासी में दास तुझको आना,
देख कितना नफा नुकसान,
दया से गुरु बतलाते है,
जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
जप स्वांसो की माला पे नाम,
संत तुझको समझाते है,
सुन हिदायत,
अमल कर नादान,
ना गुजरे दिन फिर आते है।
Jap Swanso Ki Mala Pe Naam जप स्वांसो की माला पे नाम By Bhakti Sangeet Latest Bhajan 2023
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