ताकत वतन की हमसे है
फिल्म "प्रेम पुजारी" (1970) का एक बहुत ही शानदार देशभक्ति गीत है, जिसका नाम है "ताकत वतन की हमसे है"। यह गाना फ़िल्मी दुनिया के महान कलाकार देव आनंद ने डायरेक्ट किया था। इस गाने को मशहूर गायक किशोर कुमार ने गाया है, और इसका संगीत एस. डी. बर्मन जैसे प्रसिद्ध संगीतकार ने दिया है। इस गाने का सीधा और सरल मतलब यह है कि देश की असली ताकत उसके लोगों के अंदर है।
Taqat Watan Ki Hum Se Hai
प्रसिद्ध देशभक्ति गीत "ताकत वतन की हमसे है" के लेखक और गीतकार नीरज साहब हैं, जो हिंदी फिल्म जगत के एक बहुत ही प्रमुख कवि और गीतकार रहे हैं। नीरज जी का जन्म सन् 1925 में भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में हुआ था, और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक कवि और लेखक के रूप में की थी। अपनी साहित्यिक प्रतिभा के कारण, वह जल्द ही हिंदी सिनेमा की दुनिया में आ गए और उन्होंने अपनी सरल, गहरी और दिल को छू लेने वाली कविताओं के माध्यम से अनेक हिट गानों के बोल लिखे। उनके गीतों में भावना की गहराई और शब्दों की सरलता का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।
ताकत वतन की हमसे है,
हिम्मत वतन की हमसे है,
इज्जत वतन की हमसे है,
इंसान के हम रखवाले।
पहरेदार हिमालय के हम,
झोंके हैं तूफ़ान के,
सुनकर गरज हमारी,
सीने फट जाते चट्टान के
ताकत वतन की हमसे है।
सीना है फौलाद का अपना,
फूलों जैसा दिल है,
तन में विन्ध्याजल का बल है,
मन में ताजमहल है
ताकत वतन की हमसे है।
देकर अपना खून सींचते,
देश की हम फुलवारी
बंसी से बन्दूक बनाते,
हम वो प्रेम पुजारी,
ताकत वतन की हमसे है।
आकर हमको कसम दे गई,
राखी किसी बहन की,
देंगे अपना शीश,
ना देंगे मिट्टी मगर वतन की,
ताकत वतन की हमसे है।
खतरे में हो देश,
अरे तब लड़ना सिर्फ धर्म है,
मरना है क्या चीज,
आदमी लेता नया जनम है,
ताकत वतन की हमसे है।
एक जान है एक प्राण है,
सारा देश हमारा,
नदियाँ चल कर थकी,
रुकी पर कभी ना गंगा धारा,
ताकत वतन की हमसे है।
हिम्मत वतन की हमसे है,
इज्जत वतन की हमसे है,
इंसान के हम रखवाले।
पहरेदार हिमालय के हम,
झोंके हैं तूफ़ान के,
सुनकर गरज हमारी,
सीने फट जाते चट्टान के
ताकत वतन की हमसे है।
सीना है फौलाद का अपना,
फूलों जैसा दिल है,
तन में विन्ध्याजल का बल है,
मन में ताजमहल है
ताकत वतन की हमसे है।
देकर अपना खून सींचते,
देश की हम फुलवारी
बंसी से बन्दूक बनाते,
हम वो प्रेम पुजारी,
ताकत वतन की हमसे है।
आकर हमको कसम दे गई,
राखी किसी बहन की,
देंगे अपना शीश,
ना देंगे मिट्टी मगर वतन की,
ताकत वतन की हमसे है।
खतरे में हो देश,
अरे तब लड़ना सिर्फ धर्म है,
मरना है क्या चीज,
आदमी लेता नया जनम है,
ताकत वतन की हमसे है।
एक जान है एक प्राण है,
सारा देश हमारा,
नदियाँ चल कर थकी,
रुकी पर कभी ना गंगा धारा,
ताकत वतन की हमसे है।
Takat Watan Ki Hamase Hai Translation
ताकत वतन की हमसे है - We possess the strength of our nation
हिम्मत वतन की हमसे है - We possess the courage of our nation
इज्जत वतन की हमसे है - We possess the honor of our nation
इंसान के हम रखवाले - We are the protectors of humanity
हिम्मत वतन की हमसे है - We possess the courage of our nation
इज्जत वतन की हमसे है - We possess the honor of our nation
इंसान के हम रखवाले - We are the protectors of humanity
एक राष्ट्र की असली ताकत, साहस और सम्मान उसके नागरिकों के भीतर समाया हुआ है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि एक नागरिक के रूप में, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम न केवल अपने देश के सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाए रखें, बल्कि मानवता के मूल्यों की रक्षा भी करें। यह संदेश प्रत्येक व्यक्ति को देश की प्रगति और सुरक्षा में सक्रिय रूप से योगदान देने और राष्ट्र के आदर्शों को ऊँचा बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।
Taqat Watan Ki Hum Se Hai
प्रसिद्ध देशभक्ति गीत "ताकत वतन की हमसे है" के लेखक और गीतकार नीरज साहब हैं, जो हिंदी फिल्म जगत के एक बहुत ही प्रमुख कवि और गीतकार रहे हैं। नीरज जी का जन्म सन् 1925 में भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में हुआ था, और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक कवि और लेखक के रूप में की थी। अपनी साहित्यिक प्रतिभा के कारण, वह जल्द ही हिंदी सिनेमा की दुनिया में आ गए और उन्होंने अपनी सरल, गहरी और दिल को छू लेने वाली कविताओं के माध्यम से अनेक हिट गानों के बोल लिखे। उनके गीतों में भावना की गहराई और शब्दों की सरलता का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।
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