उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
जन्म मिला तुझे अनमोल हीरा,
माटी में क्यों खो दिया,
जिस मार्ग से जाना तुझे था,
उसी में काँटों को बो दिया,
यह ना जाना कि झूठा संसार है,
और झूठी यह मौज बहार है,
यह दुनियां तो मेला चंद रोज़ का,
आखिर तो यहां अंधकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
इस दुनिया की मोह ममता में,
तूने प्रभु को भुला दिया,
विषय विकारों बद कर्मों में,
जीवन सारा लुटा दिया,
जिस नैया में तू सवार है,
वही नैया तेरी मंझधार है,
बिना भजन धर्म पतवार के,
कभी होगा ना बेड़ा पार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
भूखा मरे कोई प्यासा मरे पर,
तुझको किसी की फ़िक्र नहीं,
सत्य अहिंसा दया धर्म का,
तेरी ज़ुबान पर ज़िक्र नहीं,
सारी बीती उम्र यूं ही झूठ में,
बेईमानी से किया व्यापार है,
जरा मन में तू अपने सोच ले,
तूने कौन सा किया उपकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
पाप करो चाहे करो भलाई,
ऐसा कभी नहीं हो सकता,
औरों को दुख देगा तो खुद भी,
सुख से कभी नहीं सो सकता,
जैसा बोएगा वैसा काट ले,
यही कर्मो का खुला बज़ार है,
जिन कर्मों के जीते जीत है,
उन कर्मों के हारे हार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
दुनिया में रहकर जीते जो मन को,
वो प्राणी सबसे बलवान है,
छोड़ दे तू बदीओं को नाहक,
इसमें तेरा कल्याण है,
भव सागर से भी तर जाएगा,
गर तेरा प्रभु से सच्चा प्यार है,
जो भक्ति की आँखों से देखता,
उसे प्रीतम का होवे दीदार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
जन्म मिला तुझे अनमोल हीरा,
माटी में क्यों खो दिया,
जिस मार्ग से जाना तुझे था,
उसी में काँटों को बो दिया,
यह ना जाना कि झूठा संसार है,
और झूठी यह मौज बहार है,
यह दुनियां तो मेला चंद रोज़ का,
आखिर तो यहां अंधकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
इस दुनिया की मोह ममता में,
तूने प्रभु को भुला दिया,
विषय विकारों बद कर्मों में,
जीवन सारा लुटा दिया,
जिस नैया में तू सवार है,
वही नैया तेरी मंझधार है,
बिना भजन धर्म पतवार के,
कभी होगा ना बेड़ा पार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
भूखा मरे कोई प्यासा मरे पर,
तुझको किसी की फ़िक्र नहीं,
सत्य अहिंसा दया धर्म का,
तेरी ज़ुबान पर ज़िक्र नहीं,
सारी बीती उम्र यूं ही झूठ में,
बेईमानी से किया व्यापार है,
जरा मन में तू अपने सोच ले,
तूने कौन सा किया उपकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
पाप करो चाहे करो भलाई,
ऐसा कभी नहीं हो सकता,
औरों को दुख देगा तो खुद भी,
सुख से कभी नहीं सो सकता,
जैसा बोएगा वैसा काट ले,
यही कर्मो का खुला बज़ार है,
जिन कर्मों के जीते जीत है,
उन कर्मों के हारे हार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
दुनिया में रहकर जीते जो मन को,
वो प्राणी सबसे बलवान है,
छोड़ दे तू बदीओं को नाहक,
इसमें तेरा कल्याण है,
भव सागर से भी तर जाएगा,
गर तेरा प्रभु से सच्चा प्यार है,
जो भक्ति की आँखों से देखता,
उसे प्रीतम का होवे दीदार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है,
उठ कर ले भजन भगवान का,
तेरे जीवन का तो यही सार है,
बिना बंदगी भजन भगवान के,
तेरा जीवन यूं ही बेकार है।
उठ करले भजन भगवान का | Uth Kar Le Bhajan Bhagwaan Ka | Bhakti Sadhna Official | Khatu Shyam Bhajan |
Song:- Uth Kar Le Bhajan Bhagwaan Ka
Singer:- Upasana Mehta
Singer:- Upasana Mehta
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