बाबा बर्फानी अमरनाथ

बाबा बर्फानी अमरनाथ

डम डम डमरुँ बाजे,
शंकर कैलाश पे नाँचे,
तांडव करेऔघड़दानी,
धरती अम्बर सब काँपे,
कोई ना माया शिव शमभू की जानी,
बाबा भर्फानी मेरा भोला बर्फ़ानी।

मस्तक चन्दर शीश पे गंगा,
नाचे योगी मस्त मलंगा ,
गल तिरशूल सर्प की माला,
तन बाघंबर अंगा,
क्रोध रूप जाने ऋषि मुनि ज्ञानी,
बाबा बर्फानी मेरा भोला बर्फानी,
कोई ना माया शिव शमभू की जानी,
बाबा भर्फानी मेरा भोला बर्फ़ानी।

शिव का रूप भयंकर,
भारी डर से कांपे शृष्टि सारी,
हाथ जोड़ कर देवता सारे,
करे परनाम सब नर नारी,
वीणा भजा के नारद महिमा बखानी,
बाबा बर्फानी मेरा भोला बर्फानी,
कोई ना माया शिव शमभू की जानी,
बाबा भर्फानी मेरा भोला बर्फ़ानी।

महाकाल प्रभु त्रिकाल दृशि,
नैन तीसरे से ज्वाला बरसी,
नारायण तब स्तुति,
शिव मुख देख ज्योत तब,
महाकाल सोनू धूणी रमानी,
बाबा बर्फानी मेरा भोला बर्फानी,
कोई ना माया शिव शमभू की जानी,
बाबा भर्फानी मेरा भोला बर्फ़ानी।
बाबा बर्फानी मेरा भोला बर्फानी,
कोई ना माया शिव शमभू की जानी,
बाबा भर्फानी मेरा भोला बर्फ़ानी।



Baba Barfani Amarnath
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