बिन माँगे तुमने सब दे दिया भजन
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
कैसे भुलाऊ माँ एहसान तेरे,
हर पल रही थी जो तुम साथ मेरे,
जब भी कदम मेरे थे डगमगाए,
हाथ तुम्हारा था हाथ मे मेरे,
तुमने हमे चलना सिखला दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
भुल ही जाते है गम अपने सारे,
इक बार आए जो द्वार तुम्हारे,
आँखो से छलके माँ आँसु खुशी के,
दीदार तेरा जो इक बार पाए,
तुमने तो जीवन महका दीया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
हमको तो आँचल में रखना छिपाये,
दुनिया की माया हमे छु ना पाये,
नन्हे से बालक है हम तो तेरे माँ,
बेजार नजरो से रखना बचाये।
तेरा साया पाकर माँ धन्य हो गया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
तेरा शुक्र मनावा माँ मेरी,
तेरे सदके जावा माँ मेरी,
तेरा शुक्र मनावा माँ मेरी,
तेरे सदके जावा माँ मेरी,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
कैसे भुलाऊ माँ एहसान तेरे,
हर पल रही थी जो तुम साथ मेरे,
जब भी कदम मेरे थे डगमगाए,
हाथ तुम्हारा था हाथ मे मेरे,
तुमने हमे चलना सिखला दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
भुल ही जाते है गम अपने सारे,
इक बार आए जो द्वार तुम्हारे,
आँखो से छलके माँ आँसु खुशी के,
दीदार तेरा जो इक बार पाए,
तुमने तो जीवन महका दीया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
हमको तो आँचल में रखना छिपाये,
दुनिया की माया हमे छु ना पाये,
नन्हे से बालक है हम तो तेरे माँ,
बेजार नजरो से रखना बचाये।
तेरा साया पाकर माँ धन्य हो गया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया,
तेरा शुक्र मनावा माँ मेरी,
तेरे सदके जावा माँ मेरी,
तेरा शुक्र मनावा माँ मेरी,
तेरे सदके जावा माँ मेरी,
बिन माँगे तुमने सब दे दिया,
तेरा शुक्रिया माँ तेरा शुक्रिया।
|| Bhajan || तेरा शुक्रिया है माँ ||Tera Shukriya Maa tera Shukriya || Vaishno Devi Bhajan
Bhajan Name : (Bin Mange Tumne Sab De Diya Tera Shukriya maa Tera Shukriya) Suresh Ji
Date : 09 November 2019 ( Morning Aarti bhajan )
जब माँ बिन मांगे ही सब कुछ दे देती हैं, तो दिल से शुक्रिया निकल पड़ता है, हर कदम पर उनका हाथ थामे चलना सिखा देती हैं। डगमगाते पाँव संभाल लेती हैं, गमों को द्वार पर आते ही भुला देती हैं, आँसू खुशी के छलक पड़ते हैं। हमें सिखाते हैं कि उनका दीदार जीवन महका देता है, हर पल साथ निभाती रहती हैं।
आँचल में छिपाकर दुनिया की माया से बचाती हैं, नन्हे बालक को बेजार नजरों से दूर रखती हैं। साया पाकर धन्य हो जाते हैं, सदके जाकर प्रणाम करते हैं। ये अपनापन हर दुख हर लेता है, जीवन को सुगंधित बना देता है।
यह भजन भी देखिये
