होली खेलन आजा रे मोहन लेके पिचकारी लिरिक्स Holi Khelan Aaja Re Lyrics
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
लेके पिचकारी खड़ी,
रे मेरे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी।
टोली आई मस्ती छाई,
सारी गोपिया घर से आयी,
रंग गुलाल लेके,
आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी।
ढोल मंजीरा चंग बजावे,
कान्हा नाचे गोपिया नचावे,
मुरली बजाता आजा रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी।
राधा जी गुलाल मले,
श्याम जी के मुख पर,
मारी पिचकारी कान्हा,
रंग भर भर कर,
लाल गुलाबी हुये आज रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी।
भक्तो के हाथों रंग का कटोरा,
राधे और कन्हैया के,
प्रेम का जोड़ा,
पकड़ लियो है आज रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी,
बांध लियो है आज रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी।
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
लेके पिचकारी खड़ी,
रे मेरे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी।
लेके पिचकारी खड़ी,
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
लेके पिचकारी खड़ी,
रे मेरे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी।
टोली आई मस्ती छाई,
सारी गोपिया घर से आयी,
रंग गुलाल लेके,
आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी।
ढोल मंजीरा चंग बजावे,
कान्हा नाचे गोपिया नचावे,
मुरली बजाता आजा रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी।
राधा जी गुलाल मले,
श्याम जी के मुख पर,
मारी पिचकारी कान्हा,
रंग भर भर कर,
लाल गुलाबी हुये आज रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी।
भक्तो के हाथों रंग का कटोरा,
राधे और कन्हैया के,
प्रेम का जोड़ा,
पकड़ लियो है आज रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी,
बांध लियो है आज रे,
मोहन लेके पिचकारी खड़ी।
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
होली खेलन आजा रे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी,
लेके पिचकारी खड़ी,
रे मेरे मोहन,
लेके पिचकारी खड़ी।
radha krishn bhajan : होली खेलन आजा रे मोहन लेके पिचकारी खड़ी
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