म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
वा पढ़ी लिखी संस्कारी,
सारे कुनबे ने लागे प्यारी,
वा पढ़ी लिखी संस्कारी,
सारे कुनबे ने लागे प्यारी,
ऐ मां बाबा की बढ़ादी शान,
मैं फूली नहीं समारी,
ऐ मां बाबा की बढ़ादी शान,
मैं फूली नहीं समारी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
सै शान शक्ल की सुथरी,
जान्यो मंदिर देवी धुकरी,
ऐ कोयल तै मीठी जुबान,
जान्यो इंद्र अप्सरा आरी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
वा मांजी मांजी बोल,
म्हार आग पिछ डोल,
वा मांजी मांजी बोल,
म्हार आग पाछ डोल,
राख सबका आदर मान,
कदे आक ना बोले बिचारी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
इसी बहुअड़ सबके आइयो,
मांगीराम का मान बढ़ाइयो,
ऐ के बेटी म्हारी समान,
ना झूठी बात मुरारी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
वा पढ़ी लिखी संस्कारी,
सारे कुनबे ने लागे प्यारी,
वा पढ़ी लिखी संस्कारी,
सारे कुनबे ने लागे प्यारी,
ऐ मां बाबा की बढ़ादी शान,
मैं फूली नहीं समारी,
ऐ मां बाबा की बढ़ादी शान,
मैं फूली नहीं समारी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
सै शान शक्ल की सुथरी,
जान्यो मंदिर देवी धुकरी,
ऐ कोयल तै मीठी जुबान,
जान्यो इंद्र अप्सरा आरी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
वा मांजी मांजी बोल,
म्हार आग पिछ डोल,
वा मांजी मांजी बोल,
म्हार आग पाछ डोल,
राख सबका आदर मान,
कदे आक ना बोले बिचारी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
इसी बहुअड़ सबके आइयो,
मांगीराम का मान बढ़ाइयो,
ऐ के बेटी म्हारी समान,
ना झूठी बात मुरारी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी,
म्हारा घर सै स्वर्ग समान,
म्हारे बहू आरी सै देवी।
म्हारा घर सै स्वर्ग समान म्हारे बहु आरी सै देवी | Satsangi Bhajan | Haryanvi Bhajan | Sandeep Siwana
■Title : Mhara Ghar Se Swarg Saman Mhare Bahu Aa Rahi Se Devi
■Artist : Sandeep Siwana
■Singer : Sandeep Siwana
■Music : Sandeep Siwana
■Lyrics & Composer : Traditional
■Recording : Natraj Studio Rohtak
■Editing : KV Sain
■Artist : Sandeep Siwana
■Singer : Sandeep Siwana
■Music : Sandeep Siwana
■Lyrics & Composer : Traditional
■Recording : Natraj Studio Rohtak
■Editing : KV Sain