अवध सैंया मेरी छोड़ो न बैंया लिरिक्स

अवध सैंया मेरी छोड़ो न बैंया लिरिक्स

अवध सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया।

तुम जानत सब अवगुण मेरो,
तुमसे नाथ छिपो नैयां,
अवध सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया।

भवसागर में बही जात है,
अब तो नाथ धरो बैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया।

न हम कीन्ही साधु सेवा,
विप्र न दान दियो नैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया।

अवध सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
सिया के सैंया मेरी छोड़ो न बैंया,
जगत सैंया मेरी छोड़ो न बैंया।
 


Next Post Previous Post