चल भक्ता दर मां दे चलिए
चल मिल आयें एक बार
चल मिल आयें एक बार,मंदिर में बैठी मैया,
मैया जगत खिवैया,
जो करती बेड़ा पार,
चल मिल आयें एक बार,
चल मिल आयें एक बार,
चल भक्ता मंदिर चलिए,
माता के मंदिर चलिए।
मंदिर भवन सजी पताका,
सिंघासन बैठी सजी शलाका,
लाल चूनर है सिंगार,
चल मिल आयें एक बार,
चल मिल आयें एक बार,
चल भक्ता मंदिर चलिए,
माता के मंदिर चलिए।
बोल मां के सच्चे मोती,
नैनों में जगमग ज्योति,
करती दूर अंधकार,
चल मिल आयें एक बार,
चल मिल आयें एक बार,
चल भक्ता मंदिर चलिए,
माता के मंदिर चलिए।
मां करती सिंह सवारी,
रहती दुष्ट दलन पे भारी,
करती पापी का संघार,
चल मिल आयें एक बार,
चल मिल आयें एक बार,
चल भक्ता मंदिर चलिए,
माता के मंदिर चलिए।
श्रद्धा भाव हो जो मन में,
मैया दुख दूर करेगी क्षण में,
कृपा पानी हो जो अपार,
राजीव चल मिल आयें एक बार,
चल मिल आयें एक बार,
चल मिल आयें एक बार,
चल भक्ता मंदिर चलिए,
माता के मंदिर चलिए।
।। Mata Rani Ka Bhajan ।। चल भक्ता दर मां दे चलिए | Chal Bhagata Dar Maa De Chaliye