जय गौरी नंदन कल्याणकारी
जय गौरी नंदन कल्याणकारी
जय गौरी नंदन कल्याणकारी,भक्त जनों के सदा हितकारी,
शँकर के तुम आँख के तारे,
पार्वती है माता तिहारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
जय गणपति जय गणराजू,
मंगल कर सदा शुभकारी,
जय गज़ बदन बुद्धि विधाता,
सिद्धि बिनायक है सुखकारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
स्वर्ण मुकुट है नयन विशाला,
माला सजे है गले में तिहारी,
तन पितांबर साज रहियो है,
तीनों ही लोकों में,
जय जय तिहारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
जय एक दन्ता जय भगवन्ता,
रिद्धि सिद्धि के आप दातारी,
वक्रतुण्ड तेरो शुचि सुहावन,
भाल तिलक बड़ो मन भारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
गज़ रूप तेरो बड़ो सुहाए,
गौरी नंद चार भुजा के धारी,
मोदक भोग सुहाए तो को,
छोटो सो मूसो तेरी सवारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
बल बुद्धि विद्या के तुम दाता,
भक्तों की विगड़ी बात सँवारी,
बुद्धि का तुमरी तोड़ न कोई,
तीनों ही लोकों में,
जय जय तिहारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
जय विघन हर्ता मंगल कर्ता,
गौरजां माँ के लाल दातारी,
नंदी भृंगी तेरी आरती गाएँ,
सारे कैलाश पे जय जय तिहारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
पुस्तक पानी कुठार त्रिशूलम,
मोदक भोग तुम्हें सुखकारी,
पान चढ़त है फूल चढ़त है,
मेवा और मिष्ठान की थारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
शँकर सुवन भवानी नंदन,
गौरी ललन जय जय हो तिहारी,
रिद्धि सिद्धि तोहे चवर ढुलावें,
अति शुचि पावन मंगलकारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
बुद्धि मता की कथा सुनाऊँ,
कथा सुनाऊँ बड़ी सुखकारी,
ध्यान लगा के सुनना भक्तो,
विगड़ी बात बनेगी तुम्हारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
कार्तिक बड़े हैं गणेश हैं छोटे,
दोनों भाइयों में प्रेम था भारी,
पर होनी कोई टाल ना पाया,
एक दिन प्रश्न उठा यह भारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
एक विवाद कैलाश छिड़ा था,
छिड़ा विवाद बड़ा था भारी,
कार्तिक गणेश में कौन बड़ा है,
बुद्धि मता में कौन आगाड़ी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
जय गौरी नंदन कल्याणकारी,
भक्त जनों के सदा हितकारी,
शँकर के तुम आँख के तारे,
पार्वती है माता तिहारी,
जय गौरी नंदन कल्याणकारी।
बुधवार भक्ति | जय गौरी नंदन कल्याणकारी | Ganesh Ji ke Bhajan | Bhakti Song | गणेश जी भजन
वो बुद्धि के दाता, सिद्धि और रिद्धि के स्वामी हैं। उनके वक्रतुंड और चार भुजाओं का रूप हर भक्त को सुख देता है। मोदक का भोग और छोटा-सा मूषक उनकी सवारी—ये सब उनकी सादगी और महानता को दिखाता है, जैसे कोई राजा सादे मन से प्रजा का ख्याल रखे।
तीनों लोकों में उनकी जय-जयकार गूंजती है। पुस्तक, कुठार, त्रिशूल और पान-फूल का भोग उनके सामने चढ़ाने से मन धन्य हो जाता है। वो विघ्नहर्ता हैं, जो हर बाधा को मिटाते हैं और जीवन को मंगलमय बनाते हैं, जैसे कोई पथिक को सही राह दिखाए।
नंदी और भृंगी उनकी आरती गाते हैं, और कैलाश पर उनकी महिमा हर तरफ फैलती है। गणेशजी की कथा सुनने से मन को सुकून मिलता है, और हर बिगड़ा काम बन जाता है। जैसे कोई थके मन को ठंडी छांव मिले, वैसे ही उनकी भक्ति हर चिंता को दूर करती है।
► Album\ Song :- जय गौरी नंदन कल्याणकारी
► Singer :- Rakesh Kala
► Editor :- Deepak Gautam
► Lyrics :- Chandan Tilak
► Music :- Arun Vir
► Digital Manage by :- Vipin Kumar
► Singer :- Rakesh Kala
► Editor :- Deepak Gautam
► Lyrics :- Chandan Tilak
► Music :- Arun Vir
► Digital Manage by :- Vipin Kumar
► Presents :- Hansa Music
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