आलूसिंह जी कहां होंगे लिरिक्स Aalusingh Ji Kaha Honge Lyrics
आलूसिंह जी जहां होंगे,मेरे श्याम वहाँ होंगे,
दोनों जहाँ होंगे वहा,
उद्धार करेंगे,
हर काम करेंगे।
आलूसिंहजी को जो भी,
शीश नवायेगा,
श्याम को अपने,
करीब वो पायेगा,
भक्त की भक्ति से,
तुम्हें भगवान मिलेंगे,
उद्धार करेंगें,
आलूसिंहजी जहाँ होंगे,
मेरे श्याम वहाँ होंगे,
दोनों जहाँ होंगे वहा,
उद्धार करेंगे,
हर काम करेंगे।
सच्चा मेरे,
बाबा का दरबार है,
सुनता हृदय की,
करूण पुकार है,
भावों को जगा फिर,
बाबा से तार जुड़ेंगे,
उद्धार करेंगे
आलूसिंहजी जहाँ होंगे,
मेरे श्याम वहाँ होंगे,
दोनों जहाँ होंगे वहा,
उद्धार करेंगे,
हर काम करेंगे।
संकट से तू क्यू,
इतना घबराता है,
मोरछड़ी वाले से,
तेरा नाता है,
तेरे दिल के पूरे सारे,
अरमान करेंगे,
उद्धार करेंगे,
आलूसिंहजी जहाँ होंगे,
मेरे श्याम वहाँ होंगे,
दोनों जहाँ होंगे वहा,
उद्धार करेंगे,
हर काम करेंगे।
श्याम नाम की ज्योत,
जगा के देख ले,
भाव से तू इनको,
रिझा के देख ले,
ये श्याम कहे के श्याम,
तुम्हें हर बार मिलेंगे,
उद्धार करेंगे,
आलूसिंहजी जहाँ होंगे,
मेरे श्याम वहाँ होंगे,
दोनों जहाँ होंगे वहा,
उद्धार करेंगे,
हर काम करेंगे।