आतिथ्य का पर्यायवाची शब्द Aatithya Ka Paryayvachi Shabd
इस लेख में आप आतिथ्य शब्द के हिंदी में पर्यायवाची (निकट अर्थ/समानार्थी शब्द ) शब्द/शब्दों के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही आतिथ्य शब्द का हिंदी में अर्थ, विलोम शब्द और अंग्रेजी में मीनिंग निचे दिए गए हैं। आतिथ्य/Aatithya हिंदी भाषा का एक शब्द है, जिसके पर्यायवाची (Synonyms) निचे अर्थ सहित दिए गए हैं.
आतिथ्य के पर्यायवाची शब्द हिंदी में Aatithya synonyms in Hindi
आतिथ्य के पर्यायवाची शब्द (synonyms) आतिथ्य, मेहमाननवाजी, खातिरदारी, मेजबानी, मेहमानदारी। -आदि होते हैं।
आतिथ्य के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं -
आतिथ्य (Aatithya): मेहमानों का सम्मान और सेवा करने की क्रिया। (Hospitality is the act of respecting and serving guests.)
मेहमाननवाजी (Mehmaannavaaji): आतिथ्य करने की क्रिया और उनका आदर-सत्कार करना। (Hospitality is the act of practicing hospitality and treating guests with respect.)
खातिरदारी (Khaatirdaari): मेहमानों की देखभाल, सेवा, और सत्कार करने की क्रिया। (Hospitality is the act of taking care of, serving, and honoring guests.)
मेजबानी (Mejbaani): मेहमानों का स्वागत करने और उनकी देखभाल करने की क्रिया। (Hospitality is the act of welcoming guests and taking care of them.)
मेहमानदारी (Mehmaandaari): मेहमानों की सेवा, उनका आदर, और उनका सत्कार करने की क्रिया। (Hospitality is the act of serving guests, showing them respect, and honoring them.)
मेहमाननवाजी (Mehmaannavaaji): आतिथ्य करने की क्रिया और उनका आदर-सत्कार करना। (Hospitality is the act of practicing hospitality and treating guests with respect.)
खातिरदारी (Khaatirdaari): मेहमानों की देखभाल, सेवा, और सत्कार करने की क्रिया। (Hospitality is the act of taking care of, serving, and honoring guests.)
मेजबानी (Mejbaani): मेहमानों का स्वागत करने और उनकी देखभाल करने की क्रिया। (Hospitality is the act of welcoming guests and taking care of them.)
मेहमानदारी (Mehmaandaari): मेहमानों की सेवा, उनका आदर, और उनका सत्कार करने की क्रिया। (Hospitality is the act of serving guests, showing them respect, and honoring them.)
अन्य हिंदी भाषा के शब्द और उनके पर्यायवाची शब्द
- बड़ा - महान, विशाल, उच्च, विशालकाय
- धनी - समृद्ध, संपन्न, आदिश्री, धनवान
- दुःखी - व्यथित, पीड़ित, दुखित, दुखभरा
- चमकता - चमचमाता, उज्ज्वल, प्रकाशमान, चमकीला
- शांत - निर्मल, कोमल, निःशब्द, प्रशान्त
- स्वास्थ्य - आरोग्य, रोगमुक्त, सुस्थ, सुदृढ़
- बच्चा - किशोर, बालक, बालिका, युवा
- गर्म - उत्तेजित, प्रज्वलित, उष्ण, तापी
- अन्य - दूसरा, विपरीत, विभिन्न, अलग
- पुराना - प्राचीन, वृद्ध, ज़माना-पुराना, अपूर्व
- सुन्दर - आकर्षक, रमणीय, चारु, सौंदर्यपूर्ण
- स्वतंत्र - आजाद, स्वाधीन, मुक्त, स्वेच्छा
- खुशी - आनंद, हर्ष, प्रसन्नता, सुख
- दौड़ - पालायन, द्रव्यार्जन, धावन, दौड़ाना
- बंद - बंदिश, रोक, अवरुद्ध, निर्बंध
- चुप - मौन, नीरव, निःशब्द, शांत
- सच - यथार्थ, सत्य, निश्चित, वास्तविक
- अंधकार - अंधकार, तम, अन्धकारा, अन्धियारा
- विजयी - जीती, विजयशाली, यशस्वी, सफल
- देश - राष्ट्र, राज्य, देशभक्ति, प्रदेश
उदाहरण Example:
- आतिथ्य का महत्व उन लोगों को सिखाता है जो अनजाने मेहमानों को भी खुश रखने की कला जानते हैं।
- हमारे आतिथ्य के प्रशंसकों के लिए हमेशा खुशी होती है क्योंकि हम सदैव उनका अच्छा स्वागत करते हैं।
- आतिथ्य की भावना से भरे हुए दिल से हमें हमेशा उन लोगों की सहायता करनी चाहिए जो हमारे द्वारा आते हैं।
- एक सच्चा मित्रतापूर्ण आतिथ्य उस व्यक्ति को प्रदान किया जाता है जो दूसरों को अपना परिचय देने के लिए बनता है।
- अच्छे आतिथ्य की पहचान उन लोगों की होती है जो अन्यों को सुख देने के लिए अपने समय और मेहनत निवेश करते हैं।
- आतिथ्य मानवता का एक महत्वपूर्ण अंग है जो अलग-अलग संस्कृतियों को एकजुट करता है।
- अच्छे आतिथ्य का परिणाम है कि हमें दूसरे लोगों के साथ अच्छी तरह से संघटित रहना सिखाता है।
- उनकी मेहमाननवाजी का तरीका देखकर हम सबको बहुत प्रभावित किया गया।
- उनकी मेहमाननवाजी के लिए हमें हमेशा आभारी रहना चाहिए।
- उनकी मेहमाननवाजी ने हमें वास्तविक आनंद प्रदान किया।
- एक सुंदर और सम्पूर्ण मेहमाननवाजी का उदाहरण हैं वे।
- उनकी मेहमाननवाजी हमेशा हमारे दिलों में एक स्थान रखेगी।
- उनकी खातिरदारी ने हमें एक विशेष महसूस कराया कि हम सचमुच अहमियत रखते हैं।
- उनकी खातिरदारी और संवेदनशीलता ने हमें दिलों में ठहराव पैदा किया।
- उनकी खातिरदारी हमेशा हमारे लिए आदर्श मान्य होगी।
- वे अपनी खातिरदारी से हमारे प्रति अपना सम्मान दिखाते हैं।
- उनकी खातिरदारी ने हमें उनके साथ एक गहरी रिश्ता बनाने का अवसर दिया।
- उनकी मेजबानी के लिए हमें आभारी रहना चाहिए।
- उनकी मेजबानी ने हमें अपने घर में बहुत स्वागतित किया।
- उनकी मेजबानी में हमेशा विशेष और स्नेहपूर्ण वातावरण बना रहता है।
- उनकी मेजबानी से हमें एक सच्चे मेजबान का अनुभव मिला।
- उनकी मेजबानी का ताजगी के साथ स्वागत हमेशा यादगार रहेगा।
- उनकी मेहमानदारी ने हमें सम्मानित महसूस कराया।
- उनकी मेहमानदारी के लिए हमें सराहनीय होना चाहिए।
- उनकी मेहमानदारी ने हमें अपने घर की एक सच्ची महसूस कराई।
- वे हमेशा अपनी मेहमानदारी से हमें प्रभावित करते हैं।
- उनकी मेहमानदारी के लिए हमें हमेशा आभारी रहना चाहिए।
आतिथ्य के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी :-
आतिथ्य (आतिथ्य) शब्द हिंदी भाषा का एक महत्वपूर्ण शब्द है। यह संज्ञा रूप से प्रयुक्त होता है और 'अतिथि' शब्द से बना है, जिसका अर्थ होता है 'वह व्यक्ति जो नियमित नहीं है या विशेष रूप से आम तौर पर घर में नहीं रहता है'।
आतिथ्य शब्द का अर्थ होता है 'अतिथि का सत्कार करना और उनका स्वागत करना'। यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्य है जिसके माध्यम से मनुष्य दूसरों को आदर और सम्मान प्रदान करता है।
आतिथ्य का विलोम शब्द होता है 'अआमंत्रण' या 'निरामंत्रण' जिसका अर्थ होता है 'आमंत्रण रहित' या 'आमंत्रण के बिना'। इसका अर्थ होता है कि जब किसी को आमंत्रित नहीं किया जाता है और उसे स्वागत नहीं किया जाता है।
आतिथ्य मनुष्य के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक सामाजिक और नैतिक मूल्य है जो हमें दूसरों के साथ दया, सम्मान, और सद्भावना के साथ व्यवहार करने की शिक्षा देता है। आतिथ्य का महत्व हमारे समाज में सदैव मान्य रहा है और यह हमें सामाजिक संबंधों को मजबूत और समृद्ध बनाने में मदद करता है।
आतिथ्य शब्द का अर्थ होता है 'अतिथि का सत्कार करना और उनका स्वागत करना'। यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्य है जिसके माध्यम से मनुष्य दूसरों को आदर और सम्मान प्रदान करता है।
आतिथ्य का विलोम शब्द होता है 'अआमंत्रण' या 'निरामंत्रण' जिसका अर्थ होता है 'आमंत्रण रहित' या 'आमंत्रण के बिना'। इसका अर्थ होता है कि जब किसी को आमंत्रित नहीं किया जाता है और उसे स्वागत नहीं किया जाता है।
आतिथ्य मनुष्य के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक सामाजिक और नैतिक मूल्य है जो हमें दूसरों के साथ दया, सम्मान, और सद्भावना के साथ व्यवहार करने की शिक्षा देता है। आतिथ्य का महत्व हमारे समाज में सदैव मान्य रहा है और यह हमें सामाजिक संबंधों को मजबूत और समृद्ध बनाने में मदद करता है।