हनुमान कसम तुम्हें राम की भजन
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
वो बागों मे जाती होगी,
वो फूल तोड़ती होगी,
जब याद राम की आयेगी,
नैनों से नीर बहाएगी,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
वो मंदिर में गई होगी,
वो पूजा करती होगी,
जब याद राम की आयेगी,
नैनों से नीर बहाएगी,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
सीता का पता लगाना,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
वो बागों मे जाती होगी,
वो फूल तोड़ती होगी,
जब याद राम की आयेगी,
नैनों से नीर बहाएगी,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
वो मंदिर में गई होगी,
वो पूजा करती होगी,
जब याद राम की आयेगी,
नैनों से नीर बहाएगी,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना,
हनुमान कसम तुम्हें राम की,
सीता का पता लगाना।
मंगलवार स्पेशल #हनुमान जी भजन#hanumanbhajan @shriharidiwane
यह भजन उस गहरे अनुराग की कहानी कहता है जिसमें हनुमानजी न केवल एक भक्ति भाव से, बल्कि एक अत्यंत जिम्मेवारीपूर्ण और पूर्ण समर्पण के साथ सीता माता की खोज में निकल पड़े। यह उनकी निष्ठा, साहस और करुणा की गाथा है, जो बताती है कि कैसे उन्होंने अनेक बाधाओं को पार कर अपने प्रभु की सेवा में समर्पण दिखाया। यह गीत जीवन में कठिन समय पर भी विश्वास रखने और अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान रहने की प्रेरणा श्रोताओं को देता है।
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