जो क्रूस से लहू बहा मेरे लिए मसीह भजन
जो क्रूस से लहू बहा मेरे लिए येशु मसीह भजन
जो क्रूस से लहू,
बहा मेरे लिए,
काफ़ी है वो मेरे गुनाह,
धोने के लिए।
दुखों को मेरा वो उठा लिया,
अपराधों के कारण,
वो घायल हुआ,
मेरे शांति के लिए,
उसपर ताड़ना पड़ी,
उसके कोडे खाने से ही,
चंगा मैं हुआ,
जो क्रूस से लहू,
बहा मेरे लिए,
काफ़ी है वो मेरे गुनाह,
धोने के लिए।
कटोरे को उसने उठा कर कहा,
मेरे लहू मैं यही एक नयी वजह,
जो बहाया ए जहाँ।
तेरे गुनाह के लिए,
उस पर से जो भी पिए,
कभी ना मरेगा,
जो क्रूस से लहू,
बहा मेरे लिए,
काफ़ी है वो मेरे गुनाह,
धोने के लिए।
बहा मेरे लिए,
काफ़ी है वो मेरे गुनाह,
धोने के लिए।
दुखों को मेरा वो उठा लिया,
अपराधों के कारण,
वो घायल हुआ,
मेरे शांति के लिए,
उसपर ताड़ना पड़ी,
उसके कोडे खाने से ही,
चंगा मैं हुआ,
जो क्रूस से लहू,
बहा मेरे लिए,
काफ़ी है वो मेरे गुनाह,
धोने के लिए।
कटोरे को उसने उठा कर कहा,
मेरे लहू मैं यही एक नयी वजह,
जो बहाया ए जहाँ।
तेरे गुनाह के लिए,
उस पर से जो भी पिए,
कभी ना मरेगा,
जो क्रूस से लहू,
बहा मेरे लिए,
काफ़ी है वो मेरे गुनाह,
धोने के लिए।
Jo Krus Se Lahu Baha Mere Liye With Subtitles(Hindi Christian Song)
जहां जीवन के सारे दुख और पाप उस दिव्य बलिदान के लालच में पिघल जाते हैं। क्रूस पर बहाया गया वह लहू केवल शारीरिक पीड़ा का प्रतीक नहीं, बल्कि हर उस पाप और पीड़ा का प्रायश्चित है जो मनुष्य के जीवन पर छाया होता है। यह एक ऐसा अमूल्य उपहार है, जो अनगिनत व्यक्तियों की आत्मा को पवित्रता और शुद्धि प्रदान करता है। लहू की यह शक्ति जीवन के हर मर्म को छूती है और उसे बदलने की क्षमता रखती है।
यहाँ एक प्रार्थना और श्रद्धा की अभिव्यक्ति है, जिसमें वह लहू सभी पापों को धोने वाला, दुखों को दूर करने वाला और आत्मा को शांति प्रदान करने वाला माना जाता है। यह बताता है कि असली शांति और मुक्ति पापों के प्रायश्चित के बिना संभव नहीं। यह बलिदान एक नई शुरुआत की ओर ले जाता है, जहां जीवन के हर गहरे घाव को प्रेम और करुणा के माध्यम से ठीक किया जाता है। उस लहू को पीना और स्वीकारना एक आध्यात्मिक पुनर्जागरण का संदेश देता है, जो जीवन को पूर्णतः परिवर्तित कर देता है।
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यहाँ एक प्रार्थना और श्रद्धा की अभिव्यक्ति है, जिसमें वह लहू सभी पापों को धोने वाला, दुखों को दूर करने वाला और आत्मा को शांति प्रदान करने वाला माना जाता है। यह बताता है कि असली शांति और मुक्ति पापों के प्रायश्चित के बिना संभव नहीं। यह बलिदान एक नई शुरुआत की ओर ले जाता है, जहां जीवन के हर गहरे घाव को प्रेम और करुणा के माध्यम से ठीक किया जाता है। उस लहू को पीना और स्वीकारना एक आध्यात्मिक पुनर्जागरण का संदेश देता है, जो जीवन को पूर्णतः परिवर्तित कर देता है।
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