ईश्वर को जान बन्दे मालिक तेरा भजन
मालिक तेरा वही है,
करले तू याद दिल से,
हर जाम वो सही है,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है।
भूमि अगन पवन में,
सागर पहाड़ बन में,
उसकी सभी भुवन में,
छाया समा रही है,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है।
उसने तुझे बनाया,
जब खेल ये दिखाया,
तू क्यों फिरे भुलाया,
उमरा बिता रही है,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है।
विषयो की छोड़ आशा,
सब झुठे है तमाशा,
हैरान हूं में खुद भी,
अब माया फसा रही है,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है।
दुनिया से दिल हटाले,
प्रभु ध्यान में लगा ले,
ब्रम्हानंद मोक्ष पा ले,
कल का पता नही है,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है।
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है,
करले तू याद दिल से,
हर जाम वो सही है,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है।
Ishawar Ko Jan Bande Malik Tera Wahi Hai ईश्वर को जान बंदे मालिक तेरा वही हैं।
Bhajan : Ishwar ko Jaan bande Malik Tera vahi hai
Singer : Jagdish Bhai
Rhythm : Mukesh Ji
Keyboard : Jagdish
Octopad : Mahesh Bhai
Music : Maa Jamwai production
जीवन के यथार्थ को समझते हुए, यह अनुभव होता है कि मालिक वही है जो ईश्वर के रूप में सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त है। भूमि, अग्नि, पवन, सागर, पहाड़—हर तत्व उसकी छाया में समाया है। उसने बनाया तो सब कुछ, इस व्यापक सृष्टि का रचयिता वही है। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि वह माया के फैलाव से दूर होकर, अपने भीतर ईश्वर का साक्षात्कार करे और उसे अपने दिल से याद रखे। यह एक गहरा आत्मिक अनुभव है, जो हमें ब्रह्मानंद और मोक्ष की ओर ले जाता है।
दुनिया की अस्थिरता और माया के झूठे तमाशे से भटकते मन को जब ईश्वर की ओर मोड़ा जाता है, तब हर भ्रम और चिंता से मुक्ति मिलती है। यह न केवल एक आध्यात्मिक सच है, बल्कि जीवन के प्रति साधारण लेकिन गहरे दृष्टिकोण को भी प्रस्तुत करता है। जब मन ईश्वर की एकता और महत्ता को समझता है, तो उसे हर परिस्थिति में संतोष और शांति मिलती है। यह एहसास जीवन को स्थिरता प्रदान करता है और हर दिन को एक नए उत्साह से भर देता है।
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