करता कुरबानी, देता अबदी ज़िंदगानी, वू ऊह वू उह वु ऊह, वो ही है खुदा।
किसने इस ज़मीन की, बुनियाद है डाली, किसने उसकी नाप ठहराई, किसने सूंथ खिंचा, किसने कोने का, पत्थर बिठाया है, आसमान भी तेरे, अजयबोन कि, तारीफ करती ये जमीं, सितारे मिलकर गाते, खुदा के सब बेटे, खुशी से ललकारते हैं, वू ऊह वू उह वु ऊह, वो ही है खुदा, वो ही है खुदा, वो ही है वो ही है खुदा।
जिसके हुकुमों पे, लहरे उठते थमती, पृथ्वी डोलती और कांपती है, गिर के प्रभु यिशु, के कदमों पे, शैतान भी बोलता है, वू ऊह वू उह वु ऊह, वो ही है खुदा, वो ही है वो ही है, वो ही है खुदा, वू ऊह वू उह वु ऊह, वो ही है खुदा, येशु है खुदा।