आत्मदर्शन का पर्यायवाची शब्द Aatmdarshan Ka Paryayvachi Shabd
इस लेख में आप आत्मदर्शन शब्द के हिंदी में पर्यायवाची (निकट अर्थ/समानार्थी शब्द ) शब्द/शब्दों के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही आत्मदर्शन शब्द का हिंदी में अर्थ, विलोम शब्द और अंग्रेजी में मीनिंग निचे दिए गए हैं। आत्मदर्शन /Aatmdarshan हिंदी भाषा का एक शब्द है, जिसके पर्यायवाची (Synonyms) निचे अर्थ सहित दिए गए हैं.
आत्मदर्शन के पर्यायवाची शब्द हिंदी में Aatmdarshan synonyms in Hindi
आत्मदर्शन के पर्यायवाची शब्द (synonyms) आत्मदर्शन — अंतर्दृष्टि , अंतर्निरीक्षण , अंतरावलोकन , अंतर्दर्शन , आत्मपरीक्षण। -आदि होते हैं।
आत्मदर्शन के अन्य पर्यायवाची शब्द हैं -
- आत्मदर्शन (Aatmadarshan) - Self-reflection, Self-examination
- अंतर्दृष्टि (Antardrishti) - Insight, Introspection
- अंतर्निरीक्षण (Antarnirikshan) - Inner Vision, Inner Observation
- अंतरावलोकन (Antaravalokan) - Inner Gaze, Inner Examination
- अंतर्दर्शन (Antardarshan) - Inner View, Self-Reflection
- आत्मपरीक्षण (Aatmaparikshan) - Self-Evaluation, Self-Assessment
- अंतर्दृष्टि (Antardrishti) - आत्मनिरीक्षण
- अंतर्निरीक्षण (Antarnirikshan) - आत्मावलोकन
- अंतरावलोकन (Antaravalokan) - आत्मनिरीक्षण
- अंतर्दर्शन (Antardarshan) - आत्मावलोकन
- आत्मपरीक्षण (Aatmaparikshan) - आत्मनिरीक्षण
अन्य हिंदी भाषा के शब्द और उनके पर्यायवाची शब्द
- आत्मदर्शन — अंतर्दृष्टि , अंतर्निरीक्षण , अंतरावलोकन , अंतर्दर्शन , आत्मपरीक्षण।
- आत्मसंयम — इंद्रियसंयम , जितेन्द्र , आत्मनिग्रह , आत्मनियंत्रण।
- आत्मसात करना — मिला देना , सम्मिलित कर लेना , आत्मीकरण करना।
- आदरणीय — पूजनीय , श्रद्धास्पद , पूज्यपाद , माननीय , पूज्य , श्रद्धेय , सम्मानीय , मान्य।
- आदरवचन — विनयोक्ति , स्तुतिवाक्य , प्रशंसोक्ति , स्तुतिवचन।
- आदर्श — नमूना , शीशा , प्रतिरूप , मानक , दर्पण , प्रतिरूप , आईना।
- आदि — ईश्वर , परमात्मा , आरंभ , वगैरह , शुरुआत , पहला , इत्यादि , बुनियाद , आरंभिक , मूलकारण , प्रथम।
- आदी होनाआदि — लत लगाना , अभ्यस्त होना , आसक्त होना , लिप्त होना।
- आदेश — हिदायत , फरमान , निर्देश , हुक्म , अध्यादेश , अनुदेश , आज्ञा।
- आदेशात्मक — अधिदेश विषयक , नियोजनीय , अधिदेशी , आज्ञा सम्बन्धी।
- आधा — अद्धा , अर्द्ध , अर्धांश।
- आधार — बुनियाद , मापदंड , आधारशिला , मूल , तत्व , सहारा , मानदंड , कसोटी , मूल जड़ , आधार स्तंभ , मूल कारण , आश्रय , अवलंब।
- आधारहीन — सरासर गलत , निर्मूल , अवास्तविक , निराश्रय , बेबूनियाद , निराधार , भित्तिशून्य , मिथ्या , बेअसल , सरासर।
- आधुनिक — आजकल का , अप्राचीन , नूतनकालीन , अर्वाचीन , वर्तमानकालीन , नूतन , वर्तमान।
- आनंद — मजा , सुख , आह्लाद , प्रमोद , उल्लास , लुफ़्त , हर्ष , मोद।
- आनंददायक — दिलचस्प , रसदायक , विनोदात्मक , प्रमोदपूर्ण , आनंदी , परिहासपूर्ण , रसिक , आनंदकर , हास्यात्मक।
- आना — उपस्थित होना , हाजिर होना , पदार्पण करना , तशरीफ लाना , शुभागमन , आ टपकना , प्रवेश करना , आगमन होना , पधारना।
- आनाकानी — जी चुराना , बहाना करना , अनसुनी , बचाना , कतराना , उपेक्षा , टालना।
- आपत्ति — विघ्न , दोषारोपण , मुसीबत , आपात , संकट , आपदा , विपत्ति , वज्रपात , क्लेश , विपदा , दुख , आफत।
- आभासी — भासित , प्रतीपमान , बोधगम्य , आभासमान , द्युतिमान , प्रकाशित।
- आभूषण — आभरण , अलंकरण , जेवर , अलंकार , भूषण , गहना।
- आमंत्रित करना — संयोजित करना , सभा बुलाना , बुलाना , संयोजन करना , आह्वान करना।
- आयुधागार — हथियार घर , शस्त्रकर्मशाला , शस्त्रशाला , आयुधोद्योगशाला , शस्त्रागार।
- आरक्षण — संरक्षण , प्रारक्षण , पूर्वरक्षण , रक्षण।
- आराम — ऐशोआराम , वाटिका , सुख , फुलवारी , करार , बगीचा , विश्राम , सुविधा , राहत , शांति , चैन , चंगापन , उपवन , स्वास्थ्य , बाग , सुकून।
- आरोग्य — तंदुरुस्त , पुष्ट , स्वास्थ्य , सेहतमंद , सेहत , दृढ़।
- आरोपित करना — लांछन लगाना , मत्थे मढ़ना , थोपना , इलजाम लगाना।
- उसने अपने जीवन में आत्मदर्शन की प्रक्रिया की और अपने अद्वितीय पहलुओं को समझा।
- आत्मदर्शन के माध्यम से, मैंने अपनी खोजों और विचारों की गहराईयों को जानने का प्रयास किया।
- उसकी सफलता के पीछे उसके आत्मदर्शन और समर्पण का महत्वपूर्ण योगदान था।
- विवाद के बाद, उसने खुद पर गहरे आत्मदर्शन किया और उसने अपने किए गए कार्यों की समीक्षा की।
- आत्मदर्शन की प्रक्रिया में, मैंने अपने सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को पहचाना।
- उसका आत्मदर्शन उसे उसके मार्ग पर और भी मजबूत बनाने में मदद किया।
- आत्मदर्शन के द्वारा, मैंने अपने आत्म-संवाद को सुना और अपने लक्ष्यों की दिशा में सुधार किया।
- वे नए संभावितताओं की ओर आगे बढ़ने से पहले अपने आत्मदर्शन की प्रक्रिया को पूरा करना चाहते थे।
- उन्होंने अपने अंतर्दृष्टि के माध्यम से समस्याओं के समाधान के नए तरीके खोजे।
- आत्मदर्शन के बिना, हम अपने गलतियों से सीख नहीं सकते और स्वयं में सुधार की दिशा में नहीं बढ़ सकते।
आत्मदर्शन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी :-
आत्मदर्शन: स्वयं की पहचान और समीक्षा
आत्मदर्शन एक महत्वपूर्ण शब्द है जो स्वयं की पहचान और समीक्षा की प्रक्रिया को व्यक्त करता है। इस शब्द का अर्थ होता है कि व्यक्ति अपने आत्मा की दिशा में दृष्टि देने की क्षमता रखता है और अपने गुणों, दोषों, विचारों और भावनाओं की समीक्षा करके आत्मविकास की प्रक्रिया में सदैव सक्रिय रहता है।
आत्मदर्शन की उत्पत्ति संस्कृत शब्द "आत्मदर्शन" से आया है, जिसमें "आत्म" का अर्थ होता है स्वयं और "दर्शन" का अर्थ होता है देखना। इसका मतलब होता है कि व्यक्ति अपने आप को आत्मा की दृष्टि से देखता है और उसके अंतर्मन को जानने का प्रयास करता है।
आत्मदर्शन का विलोम है "अज्ञान" जिसका अर्थ होता है अनजानी, अज्ञ, या अनजाना। जब व्यक्ति अपने आप को नहीं समझता और अपने गुणों और दोषों की अनजानी बना देता है, तो वह अज्ञान में होता है।
आत्मदर्शन एक महत्वपूर्ण और आवश्यक प्रक्रिया है जो व्यक्ति को स्वयं के परिपर्णता और अवकाशों की समझ में मदद करती है। यह आत्म-संवाद की स्थापना करने और आत्म-सुधार के मार्ग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आत्मदर्शन एक महत्वपूर्ण शब्द है जो स्वयं की पहचान और समीक्षा की प्रक्रिया को व्यक्त करता है। इस शब्द का अर्थ होता है कि व्यक्ति अपने आत्मा की दिशा में दृष्टि देने की क्षमता रखता है और अपने गुणों, दोषों, विचारों और भावनाओं की समीक्षा करके आत्मविकास की प्रक्रिया में सदैव सक्रिय रहता है।
आत्मदर्शन की उत्पत्ति संस्कृत शब्द "आत्मदर्शन" से आया है, जिसमें "आत्म" का अर्थ होता है स्वयं और "दर्शन" का अर्थ होता है देखना। इसका मतलब होता है कि व्यक्ति अपने आप को आत्मा की दृष्टि से देखता है और उसके अंतर्मन को जानने का प्रयास करता है।
आत्मदर्शन का विलोम है "अज्ञान" जिसका अर्थ होता है अनजानी, अज्ञ, या अनजाना। जब व्यक्ति अपने आप को नहीं समझता और अपने गुणों और दोषों की अनजानी बना देता है, तो वह अज्ञान में होता है।
आत्मदर्शन एक महत्वपूर्ण और आवश्यक प्रक्रिया है जो व्यक्ति को स्वयं के परिपर्णता और अवकाशों की समझ में मदद करती है। यह आत्म-संवाद की स्थापना करने और आत्म-सुधार के मार्ग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।