बाबा भोलेनाथ जी का सच्चा दरबार है लिरिक्स Baba Bholenath Ji Lyrics
बाबा भोलेनाथ जी का सच्चा दरबार है लिरिक्स Baba Bholenath Ji Lyrics
बाबा भोलेनाथ जी की,महिमा अपार है,
बाबा भोलेनाथ जी का,
सच्चा दरबार है।
शीश पे तेरे चंदा साजे,
जटा में तेरे गंगा विराजे,
बाबा भोलेनाथ जी की,
महिमा अपार है,
बाबा भोलेनाथ जी का,
सच्चा दरबार है।
कष्टों को तुम पल में मिटाते,
भक्तजनो को तुम पार लगाते,
बाबा भोलेनाथ जी की,
महिमा अपार है,
बाबा भोलेनाथ जी का,
सच्चा दरबार है।
सारी दुनिया तेरी दीवानी,
बाबा तुम हो महा वरदानी,
बाबा भोलेनाथ जी की,
महिमा अपार है,
बाबा भोलेनाथ जी का,
सच्चा दरबार है।
Baba Bhole Nath Ki Mahima | Bhole Baba Hit Song | बाबा भोले नाथ की महिमा | Shiv ke bhajan |Bholenath
शिव जी हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। उन्हें देवों के देव या महेश्वर भी कहा जाता है। शिव जी को सृष्टि के संहारक और पुनर्निर्माता के रूप में भी माना जाता है। शिव जी की महिमा अपार है
भजन में कहा गया है कि शिव जी की महिमा अपार है। यहाँ महिमा का अर्थ है गुण या विशेषता। शिव जी के अनेक गुण और विशेषताएँ हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
सर्वशक्तिमानता: शिव जी सर्वशक्तिमान हैं। वे ब्रह्मांड के रचयिता, संचालक और संहारक हैं।
दयालुता: शिव जी अत्यंत दयालु हैं। वे अपने भक्तों पर हमेशा कृपा करते हैं।
सर्वव्यापकता: शिव जी सर्वव्यापक हैं। वे हर जगह मौजूद हैं।
ज्ञान: शिव जी अत्यंत ज्ञानी हैं। वे सभी ज्ञान के भंडार हैं।
शक्ति: शिव जी अत्यंत शक्तिशाली हैं। वे किसी भी प्रकार की बाधा को दूर कर सकते हैं।
शीश पे तेरे चंदा साजे, जटा में तेरे गंगा विराजे
भजन में शिव जी के शीश और जटा का वर्णन किया गया है। शिव जी के शीश पर चंद्रमा सुशोभित है। उनके जटाओं में गंगा नदी विराजमान है। यहाँ चंद्रमा ज्ञान और शीतलता का प्रतीक है। गंगा नदी पवित्रता और मोक्ष का प्रतीक है। शिव जी के शीश और जटाओं में इन दोनों का होना उनके ज्ञान, शीतलता, पवित्रता और मोक्ष के गुणों का प्रतीक है।
कष्टों को तुम पल में मिटाते, भक्तजनो को तुम पार लगाते
भजन में कहा गया है कि शिव जी अपने भक्तों के कष्टों को पल में दूर करते हैं। वे उन्हें हर प्रकार की बाधा से पार लगाते हैं। यहाँ शिव जी के दयालु और कृपालु स्वभाव का वर्णन किया गया है। शिव जी हमेशा अपने भक्तों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं।
सारी दुनिया तेरी दीवानी, बाबा तुम हो महा वरदानी
भजन में कहा गया है कि पूरी दुनिया शिव जी की दीवानी है। शिव जी महान वरदान देने वाले हैं। यहाँ शिव जी की लोकप्रियता और उनकी शक्ति का वर्णन किया गया है। शिव जी को हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक माना जाता है। उनके भक्तों की संख्या दुनिया भर में लाखों में है। शिव जी हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उनके अनेक गुण और विशेषताएँ हैं, जिनके कारण उन्हें देवों के देव या महेश्वर कहा जाता है। शिव जी की महिमा अपार है। वे अपने भक्तों पर हमेशा कृपा करते हैं।
भजन में कहा गया है कि शिव जी की महिमा अपार है। यहाँ महिमा का अर्थ है गुण या विशेषता। शिव जी के अनेक गुण और विशेषताएँ हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
सर्वशक्तिमानता: शिव जी सर्वशक्तिमान हैं। वे ब्रह्मांड के रचयिता, संचालक और संहारक हैं।
दयालुता: शिव जी अत्यंत दयालु हैं। वे अपने भक्तों पर हमेशा कृपा करते हैं।
सर्वव्यापकता: शिव जी सर्वव्यापक हैं। वे हर जगह मौजूद हैं।
ज्ञान: शिव जी अत्यंत ज्ञानी हैं। वे सभी ज्ञान के भंडार हैं।
शक्ति: शिव जी अत्यंत शक्तिशाली हैं। वे किसी भी प्रकार की बाधा को दूर कर सकते हैं।
शीश पे तेरे चंदा साजे, जटा में तेरे गंगा विराजे
भजन में शिव जी के शीश और जटा का वर्णन किया गया है। शिव जी के शीश पर चंद्रमा सुशोभित है। उनके जटाओं में गंगा नदी विराजमान है। यहाँ चंद्रमा ज्ञान और शीतलता का प्रतीक है। गंगा नदी पवित्रता और मोक्ष का प्रतीक है। शिव जी के शीश और जटाओं में इन दोनों का होना उनके ज्ञान, शीतलता, पवित्रता और मोक्ष के गुणों का प्रतीक है।
कष्टों को तुम पल में मिटाते, भक्तजनो को तुम पार लगाते
भजन में कहा गया है कि शिव जी अपने भक्तों के कष्टों को पल में दूर करते हैं। वे उन्हें हर प्रकार की बाधा से पार लगाते हैं। यहाँ शिव जी के दयालु और कृपालु स्वभाव का वर्णन किया गया है। शिव जी हमेशा अपने भक्तों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं।
सारी दुनिया तेरी दीवानी, बाबा तुम हो महा वरदानी
भजन में कहा गया है कि पूरी दुनिया शिव जी की दीवानी है। शिव जी महान वरदान देने वाले हैं। यहाँ शिव जी की लोकप्रियता और उनकी शक्ति का वर्णन किया गया है। शिव जी को हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक माना जाता है। उनके भक्तों की संख्या दुनिया भर में लाखों में है। शिव जी हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण देवता हैं। उनके अनेक गुण और विशेषताएँ हैं, जिनके कारण उन्हें देवों के देव या महेश्वर कहा जाता है। शिव जी की महिमा अपार है। वे अपने भक्तों पर हमेशा कृपा करते हैं।