झुठे सपने देखे जा से, नहीं कमा के खाना, भोले की फौज, ले लेगी मौज, हमने क्या का घाटा रे, घबरा जा अंबानी टाटा रे।
भजले रे मन, बम बम बम बम।
यो अलाप का चाहिए माल तने, सिंघपुरिए मिलेगी दाल तने, हा गोरी मैं नादान, तने दिया से ज्ञान, नी करना इब के घाटा रे, हो ना खत्म होवेगा आटा रे, बम बम बम, बम बम बम।